नौटंकी मत करो, परेशानी बताओ : जनसुनवाई में युवक ने की आत्महत्या की कोशिश, अधिकारियों ने लगाई फटकार

गुना। मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान उस समय हंगामा मच गया जब आर्थिक सहायता की गुहार लगाने आए एक युवक ने जहर खाने की कोशिश की। अधिकारियों ने उसे रोकते हुए कहा– “यहां नाटक नौटंकी मत करो, क्या परेशानी है वह बताओ!” आपको बता दें राघोगढ़ क्षेत्र के वर्रया गांव निवासी गोपाल मीना आज जनसुनवाई में आवेदन देने पहुंचा था, जो अपनी भाभी के इलाज के लिए प्रशासन से आर्थिक सहायता मांगने आया था।
बता दें कि गोपाल पुत्र करनिंसह जाति मीना निवासी ग्राम वर्रया तहसील राघौगढ द्वारा आवेदन प्रस्तुत कर शिरोमणीबाई पत्नि रामस्वरूप जाति मीना निवासी ग्राम वर्रया के सिर की चोट के इलाज हेतु मुख्यमंत्री सहायता कोष से आर्थिक सहायता राशि प्रदाय किये जाने हेतु निवेदन किया गया है। उक्त संबंध में जांच की गई जांच में मौके पर उपस्थित पंचानों द्वारा बताया गया है कि शिरोमणीबाई पत्नि रामस्वरूप जाति मीना निवासी ग्राम वर्रया तहसील राघौगढ अपने भाई रामनरेश पुत्र करनिंसह जाति मीना निवासी ग्राम पीपल्या के साथ दिनांक 13/01/2024 को अपने मायके पीपल्या मोटर सायकल से जा रही थी। रास्ते में जाते समय लगभग 3-4 बजे के करीब वह मोटर सायकल का संतुलन बिगड जाने से पार्वती नदी के पुल व खटकिया तिराह के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 46 पर गिर गई जिससे शिरोमणीबाई के सिर में गंभीर चोटें आई। जिसके बाद शिरोमणीबाई को शासकीय जिला अस्पताल गुना में भर्ती कराया गया व इलाज कराया गया।
गोकुलदास अस्पताल इंदौर द्वारा इस आशय का प्रमाणीकरण आवेदक गोपाल को प्रस्तुत किया गया कि गोकुलदास अस्पताल इंदौर आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत सिर की चोट (हेड इंजरी) के लिए सूचीबद्ध नहीं है इसलिये शिरोमणीबाई का इलाज आयुष्मान कार्ड से नहीं किया जा सकता है। शिरोमणीबाई का सिर का द्वितीय ऑपरेशन 16/07/2024 को गोकुलदास अस्पताल में ही आवेदक द्वारा निजी रूपयों से करवाया गया।
आवेदक गोपाल भविष्य में भी शिरोमणीबाई के इलाज की संभावना को देखते हुऐ निजी रूपयों से शिरोमणीबाई का इलाज करवाने में असमर्थ है इसलिये आवेदक मुख्यमंत्री सहायता कोष से आर्थिक सहायता चाहता है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि आवेदक आर.बी.सी. 6-4 के अंतर्गत वर्णित प्रावधानों के अंतर्गत आर्थिक सहायता राशि प्रदाय किये जाने हेतु पात्रता की श्रेणी में नहीं आता है। आवेदिका आयुष्मान कार्ड धारक है जिससे आवेदिका का 5 लाख तक का मुफ्त इलाज किया जा सकता है।





