जबलपुर में निर्माणधीन मस्जिद को लेकर विवाद…
जबलपुर। रांझी मड़ई गांव की मस्जिद जिस जमीन पर बना है उसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। विश्व हिंदू परिषद ने मस्जिद के कुछ हिस्से को निजी और ट्रस्ट की जमीन पर बनाए जाने का दावा किया है। इस मामले में विश्व हिंदू परिषद की तरफ से लगातार शिकायत भी हो रही है लेकिन प्रशासन जांच का भरोसा देकर मामले को शांत करने में जुटा है।
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन
26 सितंबर को विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं ने फिर से मस्जिद के हिस्से को हटाने के विरोध में प्रदर्शन किया था। जिसे पुलिस प्रशासन ने जांच का भरोसा देकर शांत करवाया था। अब विश्व हिंदू परिषद इस मामले में एक बार फिर नवरात्र तक इस मामले को उठाने की तैयारी कर रहा है।
विहिप ने दस दिन का समय जांच के लिए प्रशासन को दिया है। जिसके बाद प्रशासन यदि कार्रवाई नहीं करता है तो विहिप कार्यकर्ता अपने स्तर पर मजिस्द के कथित अवैध हिस्से को गिरा देंगे।
मुस्लिम पक्ष ने कहा 50 साल से बनी
मुस्लिम पक्ष ने कहा कि मस्जिद 50 साल पुरानी है। विहिप का आरोप है कि राजस्व रिकार्ड में दर्ज खसरा नंबर 169 पर मस्जिद निर्माण कैसे हुआ है जबकि यह जमीन गायत्री बाल मंदिर ट्रस्ट और खसरा नंबर 170 कोरी परिवार का नाम दर्ज है। इस मामले में मस्जिद निर्माण को लेकर ट्रस्ट और कोरी परिवार की तरफ से किसी तरह की कोई शिकायत प्रशासन को नहीं दी गई है।
बजरंग दल के विभाग संयोजक सुमित ठाकुर ने कहा कि वक्फ बोर्ड ने अपनी जमीन की बजाए दूसरे की जमीन मस्जिद का निर्माण किया है। इसका विरोध किया जा रहा है यदि प्रशासन शीघ्र कार्रवाई नहीं करेगा तो दस दिन के अंदर कार्यकर्ता उग्र आंदोलन किया जाएगा।