मंदसौर में क्लोरीन गैस रिसाव से हड़कंप, चपेट में आए 8 कर्मचारी, स्कूलों में की गई छुट्टी..
मंदसौर। गरोठ नगर परिषद के फिल्टर प्लांट पर शनिवार सुबह क्लोरीन गैस के सिलेंडर से गैस लीकेज होने से हड़कंप मच गया। इस गैस लीकेज के कारण नगर परिषद के 8 कर्मचारी भी गैस की चपेट में आ गए। 15-20 मिनट के अंदर गैस का रिसाव होने से नजदीकी स्कूलों में अफरा-तफरी मच गई और बच्चों को छुट्टी दे दी गई। सभी को उपचार के लिए गरोठ के इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।
8 कर्मचारी गैस की चपेट में आए
फिल्टर प्लांट में सिलेंडर अतिरिक्त था, जिसकी वजह से गैस का रिसाव शुरू हो गया। कर्मचारियों ने तत्काल सिलेंडर को पानी के टैंक में डुबाकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। इस गैस लीकेज के कारण नगर परिषद के 8 कर्मचारी भी गैस की चपेट में आ गए। इन कर्मचारियों को सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, उल्टी, चक्कर आने और आंखों से आंसू बहने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
सभी अस्पताल में भर्ती
सभी कर्मचारियों को उपचार के लिए गरोठ के इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। कर्मचारियों में 26 वर्षीय अंकित मालवीय, 30 वर्षीय महेंद्र मालवीय, 29 वर्षीय राहुल गणावा, 29 वर्षीय आशीष गणावा, 26 वर्षीय पंकज ग्वाला, 50 वर्षीय मांगीलाल, 40 वर्षीय विनोद और 42 वर्षीय बंटी शामिल हैं।
स्कूलों में छुट्टी और हड़कंप
गैस लीकेज के कारण आसपास के स्कूलों में बच्चों को घर भेज दिया गया। इनमें सरस्वती स्कूल, श्री साईं विद्या निकेतन स्कूल, और सत्यम स्कूल प्रमुख हैं। घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और लोगों ने नगर परिषद में अनट्रेंड कर्मचारियों से काम कराने पर सवाल उठाए।
कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने जिला और तहसील अधिकारियों से मामले की जांच कर नगर परिषद के जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की लापरवाही से भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना का खतरा उत्पन्न हो सकता है।