बच्चों को परोसा गया कुत्ते का जूठा भोजन, हाईकोर्ट ने जताई नाराजगी; सेकेट्री से मांगा जवाब

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के पलारी ब्लॉक के लच्छनपुर गांव स्थित सरकारी स्कूल में मिड-डे मील के दौरान लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। यहां मध्यान्ह भोजन के लिए तैयार किया गया खाना आवारा कुत्तों ने जूठा कर दिया, बावजूद इसके बच्चों को वही भोजन परोस दिया गया। छात्रों की शिकायत को नजरअंदाज किया गया, और जब मामला अभिभावकों तक पहुंचा, तो दबाव में आकर 78 छात्रों को एंटी रेबीज वैक्सीन दी गई।
मामला सामने आने के बाद मीडिया रिपोर्ट्स को जनहित याचिका मानते हुए छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच ने राज्य शासन के स्कूल शिक्षा सचिव से चार बिंदुओं पर शपथ पत्र सहित जवाब मांगा है। अदालत ने यह भी पूछा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाएंगे।
कोर्ट ने शिक्षक और महिला समूह की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं और उनके खिलाफ हुई कार्रवाई की जानकारी मांगी है। कोर्ट ने कहा कि बच्चों को भोजन गरिमा के साथ परोसा जाना चाहिए। कुत्ते का जूठा भोजन परोसना सिर्फ लापरवाही नहीं बल्कि बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ है। हाईकोर्ट ने इसे गंभीर प्रशासनिक विफलता और अमानवीय कृत्य करार दिया। मामले की अगली सुनवाई 19 अगस्त को होगी। घटना के बाद जिले के एसपी ने भी मौके पर पहुंचकर जानकारी ली थी।





