दुर्ग में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 15 लाख की ठगी, टेलीग्राम एप के जरिए बनाया शिकार
दुर्ग: जिले में इन दिनों शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इस बीच एक दिन पहले बीएसपी कर्मचारी से 11 लाख की ठगी की गई थी. वहीं, अब दुर्ग के मोहन नगर थाना क्षेत्र में एक युवक से 15 लाख की ठगी की गई.
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी: जानकारी के मुताबिक ये पूरा मामला दुर्ग जिले के मोहन नगर थाना क्षेत्र का है. यहां के साकेत कॉलोनी निवासी एक युवक ने शेयर ट्रेडिंग टिप्स के चक्कर में अपने 15 लाख रुपए गवां दिए. ठगों ने ऐसा जाल बुना था कि वह उसमें फंसता ही चला गया. फिलहाल, इस मामले में मोहन नगर पुलिस ने शिकायत दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की है.
टेलीग्राम के जरिए एप किया डाउनलोड: मोहन नगर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार साकेत कॉलोनी दुर्ग निवासी सौरभ स्वर्णकार ने ऑनलाइन विज्ञापन देखने के बाद शेयर ट्रेडिंग के लिए टेलीग्राम एप के जरिए कुछ लोगों से संपर्क किया. 19 दिसंबर को उससे एक लिंक के जरिए एप डाउनलोड करवाया गया. उसकी केवाईसी के लिए आधार और पैन कार्ड की फोटो भी अपलोड करवाई गई. इसके बाद इंस्टीट्यूशनल ट्रेडिंग अकाउंट खुल गया, जिसके जरिए सौरभ को वाट्सएस ग्रुप में भी जोड़ा गया.
अच्छा खासा लाभ दिलाने का दिया झांसा: ठगों ने सौरभ को जानकारी दी कि वाट्सएस ग्रुप के माध्यम से कौन से शेयर खरीदी-बिक्री करनी चाहिए. सौरभ वे खरीदे और बेचे गए शेयर और उसका लाभ सब कुछ उनके जरिए डाउनलोड कराए एप में दिखाई पड़ता था. इस बीच 19 जनवरी 2024 को एक आईपीओ लांच होने की बात कही गई. इसमें निवेश से अच्छे लाभ का ठगों ने झांसा दिया गया.सौरभ से शातिरों ने 100 लाट के लिए अप्लाई करने कहा. लिस्टिंग के दिन उनके एप के जरिए सौरभ को 100 लाट लॉकेट होने की बात कहकर एकमुश्त 13 लाख रुपए आरटीजीएस कराया.
जांच में जुटी पुलिस: इसके बाद कुछ दिन तक तो सौरभ को ऐप में उसकी जमा की गई राशि दिखाई दे रही थी. हालांकि बाद में राशि दिखनी बंद हो गई. सौरभ ने जब इसकी जानकारी लेनी चाही तो उसे कोई जवाब नहीं मिला. इस ऐप के माध्यम से सौरभ ने कुल 14 लाख 65 हजार रुपए का निवेश किया जो कि उससे बहुत की चालाकी के साथ ठगी की गई. ठगी का अहसास होने पर सौरभ ने मोहन नगर थाना में शिकायत दर्ज कराया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.