चैत्र नवरात्र की तैयारी पूरी, 30 मार्च से होगी शुभ शुरुआत

रायपुर। 30 मार्च से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है, जिसके लिए मंदिरों में विशेष तैयारियां की गई हैं। इस बार नवरात्र 8 दिन का होगा और भक्त पूरी श्रद्धा के साथ मां दुर्गा की उपासना करेंगे। नवरात्र का यह पर्व हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का भी प्रतीक है।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्र के पहले दिन कलश स्थापना या घट स्थापना का विशेष महत्व होता है। इस साल 30 मार्च को घट स्थापना का शुभ मुहूर्त दोपहर 11:29 से 12:33 के बीच रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शुभ मुहूर्त में पूरे विधि-विधान से कलश की स्थापना करने से देवी मां की कृपा बनी रहती है और परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
मंदिरों में विशेष तैयारी
शहर के प्रमुख दुर्गा मंदिरों में विशेष सजावट की गई है। माता के दरबार को फूलों और रंगीन रोशनी से सजाया गया है। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिरों में सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
नवरात्र का महत्व
हर साल चार बार नवरात्र का पर्व मनाया जाता है, जिसमें चैत्र और शारदीय नवरात्र प्रमुख होते हैं। इसके अलावा दो गुप्त नवरात्र भी होते हैं। चैत्र नवरात्र का पहला दिन हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का भी प्रतीक माना जाता है। इस दिन घट स्थापना के साथ ही मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है।
कलश स्थापना के नियम
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, घट स्थापना के लिए सोना, चांदी, तांबा या मिट्टी से बने कलश का उपयोग करना शुभ माना जाता है। लोहे या स्टील के कलश का उपयोग वर्जित बताया गया है, क्योंकि इससे शुभ फल नहीं मिलता।
इस बार भक्तों में नवरात्र को लेकर खास उत्साह देखने को मिल रहा है। बाजारों में पूजा सामग्री की खरीदारी जोरों पर है और मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।





