शरीर की सबसे लंबी हड्डी तोड़कर बांह में फंसी गोली, डॉक्टर्स ने ऑपरेशन कर निकाला..
जबलपुर: शरीर की सबसे लंबी हड्डियों में से एक ह्यूमरस हड्डी को तोड़कर बंदूक की गोली बांह की मांसपेशियों में जा फंसी। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ऑपरेशन कर न सिर्फ गोली निकाली गई बल्कि घायल युवक की टूटी हड्डियों को प्लेट लगाकर जोड़ा गया।
लालमाटी सिद्धबाबा के रहने वाले 42 वर्षीय अशोक वंशकार पर बीते शुक्रवार की रात कटंगी बायपास माढ़ोताल में तीन बदमाशों ने गोली चला दी थी। ताबड़तोड़ हुई फायरिंग के दौरान एक गोली अशोक के बाएं हाथ की बांह में लगी जो ह्यूमरस हड्डी टूट गई। घटनास्थल पहुंची पुलिस ने अशोक को गंभीर अवस्था में नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। जहां उसे भर्ती कर लिया गया।
बाएं हाथ की हड्डी के कई टुकड़े हुए
एक्सरे परीक्षण से पता चला कि गोली लगने से अशोक के बाएं हाथ की ह्यूमरस हड्डी के कई टुकड़े हो गए हैं। ह्यूमरस हड्डी के पास ही मांसपेशियों में गोली फंसी नजर आई। सोमवार को अस्थि रोग विभाग के माड्यूलर ऑपरेशन थिएटर में अस्थि रोग विशेषज्ञ डा. अशोक विद्यार्थी ने ऑपरेशन कर युवक की बांह में फंसी गोली निकाली। तथा क्षतिग्रस्त हड्डियों को जोड़ने के लिए प्लेट का सहारा लेना पड़ा।
रात को हुआ था हमला
घमापुर थाना क्षेत्र निवासी अशोक वंशकार रेत का कारोबार करता है। कारोबार के सिलसिले में वह शुक्रवार 29 नवंबर को कटंगी गया था। जहां से रात में मोटरसाइकिल से लौट रहा था। कटंगी बायपास माढ़ोताल में बाइक सवार तीन बदमाशों ने उसका पीछा किया और मौका मिलते ही दनादन फायरिंग कर दी। हाथ में गोली लगते ही अशोक चलती बाइक से सड़क पर गिर पड़ा, इस बीच हमलावर भाग खड़े हुए।
अंगुलियाें में जल्द लौटेगी जान
डा. अशोक विद्यार्थी ने बताया कि गनीमत रही कि गोली बांह के आर-पार नहीं निकली। वह मांसपेशियों में फंसी रह गई। गोली भुजा के आरपार निकलती तो रक्तवाहनियों के पूरी तरह कटने का खतरा रहता। जिससे युवक के हाथ की अंगुलियों में संवेदना खत्म होने का खतरा रहता।
हालांकि गोली लगने के बाद नसों के क्षतिग्रस्त होने के कारण हाथ की अंगुलियों ने काम करना बंद कर दिया था।ऑपरेशन उपरांत जल्द ही अंगुलियां काम करना प्रारंभ कर देंगी। डा. विद्यार्थी ने बताया कि बांह में लगी गोली यदि आरपार निकल जाती तो उसके छाती में घुसने का खतरा रहता।