Bulldozer in the hospital: हॉस्पिटल पर राजनीति हावी, 100 साल पुराने मिशन अस्पताल में चला बुलडोजर

बिलासपुर। जिला प्रशासन ने आखिरकार मिशन अस्पताल पर बुलडोजर की कार्रवाई कर ही दी बुधवार को नगर निगम के द्वारा चार जेसीबी लगाकर मिशन अस्पताल की बिल्डिंग को धराशाई कर दिया गया इसके बाद अब मिशन अस्पताल अतीत बन गया है। सोया हुआ शहर पूरी खामोशी के साथ स्वास्थ्य सेवा की टूटती हुई इमारत को देख रहा है। वर्षों से न सिर्फ बिलासपुर बल्कि संभाग के तमाम जिलों के लोगों को सेवा देने वाले इस अस्पताल का अब नामो निशान खत्म होने जा रहा है। लोगों की माने तो यह अस्पताल गंदी राजनीति का शिकार हो गया।
आम नागरिकों की तमाम दलीलों को दरकिनार करते हुए किसी गोपनीय संदेश को सफल बनाने में प्रशासन कामयाब हो चुका है। लोग चाह कर भी इस मामले में आवाज नहीं उठा पा रहे हैं क्योंकि सबको पता है की जो संदेश ऊपर से प्रशासन को मिला है वह पूरा करके रहेगा। हालांकि यह बिलासपुर की कमजोर नस है जिसे प्रशासन ने जान लिया है और यही वजह है कि उसे सफलता भी मिल रही है।
स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र मे सौ साल से भी ज्यादा समय से जिस मिशन अस्पताल का नाम चलता था, उसकी जर्जर इमारत क़ो धराशायी करने नगर निगम का भारी भरकम अमला सुबह से इस पर हमला कर चुका है। अस्पताल परिसर की जमीन पर अधिपत्य के बाद जिला प्रशासन के आदेश पर यहाँ बरसों पुराने मुख्य भवन समेत तमाम निर्माण तोड़ने की कार्यवाई चल रही है।
अब यहां गौर करने वाली बात यह है कि नगर निगम के अधिकारी इसमें क्या प्रोजेक्ट लाने वाले हैं यह बात नहीं पा रहे हैं लेकिन फिर भी 100 साल पुराने इस मिशन अस्पताल को जर्जर बताते हुए धराशाई कर दिया गया लेकिन जब इस पर कोई प्रोजेक्ट तैयार नहीं किया गया है तो फिर इतने आनन फानन में बिल्डिंग को धराशाई करने की क्या जरूरत थी क्या इस धरोहर को मरम्मत के माध्यम से संजोया नहीं रखा जा सकता था । लेकिन इस दिशा में कोई भी स्पष्ट जवाब नहीं दे रहा है जिससे अब लोगों के मन में शंका भी उत्पन्न होने लगी है।





