मिशन अस्पताल प्रबंधन को मिली राहत… बिलासपुर कमिश्नर ने मानवीय हितो का खयाल रखते हुए दिया स्टे…
बिलासपुर के मिशन कंपाउंड में संचालित मिशन अस्पताल लंबेलम्बे समय से सेवाभावी दायित्त्वो का निर्वहन करता आ रहा है…जिसमें मानव जीवन को बचाने के लिए सेवाभाव का काम किया जा रहा था लेकिन आधुनिकता की परत चढ़ाने के लिए जिला प्रशासन के एक तपके ने मामले में आदेश जारी कर मिशन अस्पताल भवन को 26अगस्त 2024 तक खाली करने के साथ ही डिसमेंटल किये जाने की कार्यवाही पर मुहर लगा दी थी …हालांकि मिशन अस्पताल प्रबंधन इस मामले को लेकर हाई कोर्ट पंहुचा था लेकिन हाई कोर्ट ने इस मामले को ख़ारिज कर दिया था|
बाद में ये मामला बिलासपुर संभाग कमिश्नर के कोर्ट मे पंहुचा जहाँ पर मानवीय हितो का ध्यान रखते हुए कमिश्नर के द्वारा इस पर मामले पर स्टे दे दिया गया है… …आपको बता दे की पुलिस पेट्रोल पम्प के पास स्थित नजुल की जमीन को क्रिशचीयन मिशनरी को अस्पताल एवं स्वास्थ्य सेवा संचालित करने के लिए प्रशासन द्वारा वर्ष 1964 मे लीज पर दिया गया था.. इस भूमि पर मिशन अस्पताल संचालित किया जा रहा था .. लीज की समयावधि खत्म होने के बाद जिला प्रशासन की नजर इस बड़े भू भाग पर पड़ी जहाँ प्रशासन की मंशा इस बड़े भू भाग का उपयोग उद्यान, काम्प्लेक्स जैसे अन्य कार्यों के साथ ही यहाँ पर काम्प्लेक्स का भी निर्माण करने की तैयारी थी…पर सवाल ये कि मानवीय हित ज्यादा जरूरी है या फिर व्यवसायिक स्वार्थ के लिए बनने वाला कॉम्प्लेक्स…??? जाहिर है कि बिलासपुर कमिश्नर के द्वारा मानवीय हितों का खयाल करते हुए इस पर रोक लगाई गई…. बहरहाल अस्पताल प्रबंधन के साथ ही आम लोगो के लिए भी राहत की बात है कि फिलहाल यहां पर मानवीय सेवा भाव का काम जारी रहेगा|