2026 के बड़े त्योहार: होली से दीपावली तक जानिए कब-कब आएंगे विशेष पर्व

नया साल 2026 कई प्रमुख हिंदू त्योहारों के साथ खास होने वाला है। वर्षभर में ऐसे कई अवसर आएंगे जब देशभर में उत्सवों की रौनक देखने को मिलेगी। लोग अभी से यह जानना चाहते हैं कि होली, दिवाली, रक्षाबंधन, करवाचौथ, नवरात्रि और धनतेरस जैसे प्रमुख त्योहार किस दिन पड़ेंगे, ताकि वे अपनी तैयारी समय पर कर सकें। 2026 का कैलेंडर इन त्योहारों की तय तारीखों को देखने के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।
जनवरी की शुरुआत में मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाएगी, जिसमें सूर्य के उत्तरायण होने का पर्व पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसके बाद फरवरी का महीना महाशिवरात्रि की भक्ति में रंगेगा, जो 15 फरवरी को आएगी। यह शिव भक्तों के लिए वर्ष का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। मार्च में रंगों का त्योहार होली 3 मार्च 2026 को मनाई जाएगी, जबकि इसके एक दिन पहले 2 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा। बसंत ऋतु में मनाया जाने वाला यह पर्व पूरे देश में उमंग और खुशियों का संदेश फैलाता है।
अप्रैल में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 18 अप्रैल से होगी और 26 अप्रैल को रामनवमी मनाई जाएगी। मई का महीना अक्षय तृतीया के लिए महत्वपूर्ण रहेगा, जो 16 मई को पड़ेगी। यह दिन शुभ कार्यों के लिए अत्यंत फलदायक माना जाता है। जुलाई में गुरु पूर्णिमा 5 जुलाई को आएगी, जिसे गुरु-शिष्य परंपरा के सम्मान में मनाया जाता है।
अगस्त का महीना रक्षाबंधन की खुशियां लेकर आएगा, जो 28 अगस्त को मनाया जाएगा। भाई-बहन के इस पवित्र रिश्ते का त्योहार हर साल लोगों के दिलों में खास जगह बनाता है। सितंबर में गणेश चतुर्थी 10 सितंबर को शुरू होगी और देशभर में गणपति बप्पा की भक्ति का माहौल देखने को मिलेगा। इसके बाद अक्टूबर की शुरुआत में नवरात्रि 6 अक्टूबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगी। विजयादशमी या दशहरा 15 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
नवंबर का महीना दिवाली की रोशनी से जगमगाएगा। धनतेरस 8 नवंबर को, छोटी दिवाली 10 नवंबर को और दीपावली 11 नवंबर 2026 को मनाई जाएगी। इसके तुरंत बाद गोवर्धन पूजा और भैया दूज क्रमशः 12 और 13 नवंबर को मनाए जाएंगे। दिसंबर में गीता जयंती 21 दिसंबर को आ जाएगी, जिसे धर्म और आध्यात्मिकता से जुड़े लोग महत्व देते हैं।
इस प्रकार 2026 का साल धार्मिक, सांस्कृतिक और पारिवारिक उत्सवों से भरपूर रहेगा। लोग पूरे वर्ष पारंपरिक मान्यताओं और आध्यात्मिक पलों के साथ त्योहारों का आनंद ले सकेंगे।





