गिरफ्तारी से बचने सुप्रीम कोर्ट की शरण में भूपेश बघेल, बेटे चैतन्य पहले से जेल में बंद

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शराब, कोयला और महादेव सट्टा ऐप घोटालों में अपना नाम आने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है।

उन्होंने याचिका में जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग देने की बात कही है और गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की है। बघेल ने आरोप लगाया है कि जैसे उनके बेटे चैतन्य बघेल को राजनीतिक द्वेष के तहत फंसाया गया, उसी तरह उन्हें भी निशाना बनाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट में उन्होंने दो अलग-अलग याचिकाएं दाखिल की हैं, जिन पर जल्द सुनवाई संभावित है।

गौरतलब है कि पूर्व सीएम के घर पर पांच महीने पहले ईडी और फिर सीबीआई की छापेमारी हो चुकी है। ईडी ने उनके घर से 32-33 लाख रुपये, दस्तावेज और एक पेनड्राइव जब्त की थी। बाद में महादेव ऐप केस में सीबीआई ने भी उनके निवास और उनके पूर्व OSDs और सचिव सौम्या चौरसिया के घर छापे मारे थे, जहां से डिजिटल सबूत बरामद किए गए। पूर्व सीएम का बेटा चैतन्य बघेल शराब घोटाले में कमीशन और पैसे के लेन-देन के आरोप में 20 जुलाई को गिरफ्तार हुआ था और फिलहाल रायपुर जेल में बंद है। चैतन्य ने भी सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है।

इन घोटाले से जुड रहा नाम

शराब घोटाला: अनुमानित राशि 3200 करोड़, नेताओं और अफसरों की मिलीभगत।
कोयला घोटाला: 570 करोड़ का सिंडिकेट, कांग्रेस नेता और अफसर नामजद।
महादेव ऐप घोटाला: भूपेश समेत 21 लोगों पर FIR, ठगी व जुआ एक्ट के तहत केस दर्ज।

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