बीमा पॉलिसियों पर बोनस में वृद्धि और जीएसटी समाप्त करने की मांग लेकर मध्य प्रदेश में चल रहा आंदोलन..
रतलाम। भारतीय जीवन बीमा निगम एजेंट एसोसिएशन (लियाफी) द्वारा अपनी मांगों के संदर्भ में मध्य प्रदेश के रतलाम की सांसद अनीता नागरसिंह चौहान को ज्ञापन दिया गया। लियाफी द्वारा मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर चरणबद्ध तरीके से शांतिपूर्ण आंदोलन किया जा रहा है। यह आंदोलन 15 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ है तथा निरंतर जारी है।
एसोसिएशन के इंदौर मंडल उपाध्यक्ष शरद चतुर्वेदी ने बताया कि लियाफी द्वारा बीमाधारकों व अभिकर्ताओं के हितों से संबंधित मांगें जीवन बीमा निगम प्रबंधन से की जा रही है। इनमें बीमा पॉलिसियों पर बोनस दर में वृद्धि करने और बीमा पॉलिसियों पर जीएसटी समाप्त करने की मांग प्रमुख है।
साथ ही एक अक्टूबर से अभिकर्ता कमीशन में कमी की गई है, उसे तत्काल वापस लेने, न्यूनतम बीमा राशि को दो लाख किया गया है, उसे पूर्व की भांति एक लाख ही रखने की मांग की गई है। बीमा पॉलिसी में प्रवेश की आयु घटाकर 50 वर्ष की गई है, उसे पूर्व की भांति ही रखने की मांग भी की गई है।
देशभर में हो रहा विरोध प्रदर्शन
- संपूर्ण भारत के अभिकर्ताओं द्वारा जीवन बीमा कार्यालय के गेट पर विरोध प्रदर्शन किया गया। इसी कड़ी में रतलाम की शाखाओं के गेट पर भी बड़ी संख्या में अभिकर्ता साथी एकत्रित हुए तथा मांगों के संबंध में नारेबाजी की गईl
- 30 अक्टूबर तक देश के सभी सांसदों को इन समस्याओं से संबंधित ज्ञापन दिया जा रहा है। सांसदों से ज्ञापन के माध्यम से अभिकर्ता व आम जनता के हित में इन मुद्दों को हल करवाने में सहयोग की अपील की गई है।
- 10 नवंबर तक सभी प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी यह ज्ञापन दिया जाएगाl सांसद को दिए गए ज्ञापन में जानकारी दी गई कि पूरे भारत में भाजीबीनि के 14 लाख से अधिक अभिकर्ता है, जो आज पूर्ण रूप से उपेक्षा महसूस कर रहे हैं।
ज्ञापन देते समय ये रहे मौजूद
लियाफी पदाधिकारियों द्वारा सांसद अनीता सिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विप्लव जैन का स्वागत किया गया। शाखा क्रमांक एक के अध्यक्ष अशोक भानावत, सचिव चेतन पडियार, कोषाध्यक्ष मनीष टांक, करियर एजेंट शाखा के अध्यक्ष विजय सिंह चौहान, सचिव संजय भावसार, कोषाध्यक्ष शिवमूर्ति दुबे, बीमा सलाहकार मोहम्मद इलियास, नागेश्वर पांचाल, कैलाश प्रजापत, ओमप्रकाश तिवारी, विनय पड़ियार, राजेश डोई, सतीश चौरड़िया, दीपक तनपुरे, मुकेश खंडेलवाल, सुभाष कुमावत व देवीलाल नागर आदि उपस्थित रहे।