SHARE MARKET : भारतीय शेयरों की जबरदस्त बिकवाली, विदेशी निवेशकों ने किया निवेश

नई दिल्ली। विदेशी निवेशकों ने बीते कुछ महीनों में भारतीय शेयरों की जबरदस्त बिकवाली की थी. बाजार में उतार-चढ़ाव का असर निवेशकों की सेंटिमेंट्स पर भी देखने को मिला. हालांकि, इसी जोरदार बिकवाली के ही बीच विदेशी निवेशकों ने कुछ खास शेयरों में जमकर निवेश भी किया. आइए देखते हैं ये कौन सी कंपनी के शेयर्स हैं, जिनमें विदेशी निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई.
360 वन वैम, जेबी केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स, कोरोमंडल इंटरनेशनल, नेशनल एल्युमीनियम कंपनी (नाल्को), नवीन फ्लोरीन इंटरनेशनल, गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस और कॉनकॉर्ड बायोटेक NSE-500 इंडेक्स के उन दर्जनों शेयरों में शामिल हैं, जिनमें विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने वित्त वर्ष 2025 की लगातार तिमाहियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है. इनमें ज्यादातर स्मॉलकैप और मिडकैप हैं.
कोचीन शिपयार्ड, IRCTC, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, KPIT टेक्नोलॉजीज और बर्जर पेंट्स कुछ ऐसे शेयर हैं, जिनमें वित्त वर्ष 2025 की सभी चार तिमाहियों में FPI ने बिकवाली की. इस दौरान विदेशी निवेशकों ने लार्ज कैप शेयरों में अपनी हिस्सेदारी घटाई, जबकि स्मॉल और मिड कैप शेयरों में लगातार अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई.
फाइनेंशियल सर्विस फर्म 360 वन वैम में मार्च तिमाही के अंत विदेशी निवेशकों के पास 33 परसेंट हिस्सेदारी है, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 16.5 परसेंट थी. IIFL सिक्योरिटीज की डेटा से पता चलता है कि विदेशी निवेशकों ने ने 360 वन वैम में अपनी हिस्सेदारी पहली तिमाही में 18.6 परसेंट, दूसरी तिमाही में 20.9 परसेंट और तीसरी तिमाही में 21.9 परसेंट तक बढ़ाई.
जेबी फार्मा में वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 12.2 परसेंट थी, जो दूसरी, तीसरी और चौथी तिमाही में लगातार बढ़कर क्रमश: 13.6, 14.6 और 18.3 परसेंट हो गई. नाल्को में भी FPI की हिस्सेदारी 9 परसेंट से बढ़कर 15.8 परसेंट हुई है.





