Chhattisgarh कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष डाॅ.चरणदास महंत ने एक बार फिर पार्टी में व्याप्त गुटबाजी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होने विधानसभा चुनाव में हार का कारण बताते हुए फिर से दोहराया कि आपसी फूट की वजह से ही कांग्रेस को विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। आपको बता दे कि डाॅ.चरणदास महंत के इस बयान से ठीक पहले पूर्व डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव ने भी पार्टी की एकजुटता पर सवाल खड़े किये थे। उन्होने दिल्ली से लौटने के बाद पार्टी में व्याप्त खींचतान पर सवाल खड़े करते हुए पार्टी में एकजुटता के साथ काम करने की बात कही थी।
डाॅ.चरणदास महंत शुक्रवार को न्यायधानी बिलासपुर के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा भी की। बातचीत के दौरान डॉ. महंत से संगठन में बदलाव के मुद्दे पर सवाल किया गया, तो उन्होने दो टूक शब्दों में कहा कि चुनाव मेें हार के बाद हर दल के नेता समीक्षा करते हैं। पार्टी के बड़े नेताओं की समीक्षा के बाद संगठन में बदलाव की जरूरत बताई गई है। ऐसे में अब जाहिर है कि छत्तीसगढ़ संगठन में भी बदलाव होगा। डाॅ.महंत ने संकेत देते हुए कहा कि पार्टी के अंदरूनी मतभेदों को दूर करने के लिए संगठन में बदलाव किया जाएगा। पीसीसी चीफ बनने के सवाल पर डॉ. महंत ने साफ किया कि वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैंने यह ऑफर पहले ही ठुकरा दिया है। डाॅ.महंत ने कहा कि उन्होने छोटे-मोटे कर 6 चुनाव निपटाए हैं। ऐसे में अब मुझे प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनना है। सीबीआई की रेड पर डॉ. महंत ने पलटवार करते हुए कहा कि कुछ लोगों को लगा था कि सीजी पीएससी में भ्रष्टाचार हुआ है।कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के घर पर सीबीआई की दबिश का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे खुशी हो रही है कि उनके घर से कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि न बच्चों का कम नंबर है, न बच्चियों का नंबर कम है। इस तरह का कोई भी रिकॉर्ड उसके घर से जब्त नहीं हुआ। मुझे खुशी है कि हम साफ-सुथरे हैं। जो गंदे हैं, वो होंगे। उन पर कार्रवाई होगी।