दोस्त के घर गए लोको पायलट की हत्या, दो दिन बाद पन्ना की घाटी में मिला शव..
कटनी। दो दिन से लापता लोको पायलट का शव मंगलवार को पड़ोसी जिले पन्ना के पवई थाना अंतर्गत चांदा घाटी में मिला है। बताया जाता है कि उसके दोस्त ने ही उसकी हत्या कर शव को घाटी में फेंका था, हालांकि अभी पुलिस ने पूरे मामले से पर्दा नहीं उठाया है। मामले का पूरा खुलासा पुलिस बुधवार को कर सकती है।
जानकारी के अनुसार छतरपुर जिले के गढ़ी मलेहरा निवासी जितेन्द्र चौरसिया पिता वीरेन्द्र चौरसिया 32 साल सतना में लोको पायलट के पद पर पदस्थ था और वहीं निवास कर रहा था। शनिवार की शाम को उसका गढ़ी मलेहरा निवासी दोस्त धर्मेन्द्र चौरसिया सतना पहुंचा और लोको पायलट उसके साथ कटनी जाने की बात कहकर घर से निकला था।
स्टेशन तक छोड़ने की बात दोस्त ने बताई
रात को युवक वापस घर नहीं लौटा और न ही उसका फोन रिसीव हुआ। जिसके चलते स्वजन चिंता में रहे और रात तीन बजे के बाद उसे फोन बंद हो गया। दूसरे दिन स्वजनों ने अपने कटनी के परिचितों से संपर्क किया और खुद भी कटनी पहुंच गए। उन्होंने लोको पायलट के दोस्त धर्मेन्द्र से जानकारी ली तो उसने रात तीन बजे जितेन्द्र को कटनी स्टेशन के बाहर छोड़ देने की बात कही।
इस तरह दोस्त पर पुलिस को हुआ शक
स्वजनों ने जितेन्द्र की शहर के अस्पताल, होटल, लाज आदि में तलाश की और जब जानकारी नहीं लगी तो कोतवाली थाना पहुंचकर पुलिस को मामले की जानकारी दी। मामले में जांच की गई तो पता लगा कि धर्मेन्द्र ने उसे कटनी स्टेशन के बाहर छोड़ने को कहा था लेकिन रात को सीसीटीवी कैमरे में वह अकेला नजर आया। जिसके चलते शंका के आधार पर पुलिस ने धर्मेन्द्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
घाटी में मिला लोको पायलट का शव
बताया जाता है कि पूछताछ में युवक ने अपने लोको पायलट दोस्त की हत्या करना स्वीकार किया है और उसका शव पवई की चांदा घाटी में फेंकने की बात कही। जिसके आधार पर मंगलवार को पवई पुलिस ने खोजबीन की तो युवक का शव घाटी में मिला है। जिसको कब्जे में लेकर पुलिस ने उसे आगे की कार्रवाई के लिए पवई अस्पताल भेजा है।
पवई पुलिस से डायरी मिलने के बाद कोतवाली पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। युवक की हत्या क्यों हुई और शव चांदा घाटी तक कैसे पहुंचा, इसका खुलासा अभी पुलिस ने नहीं किया है। मामले में पुलिस बुधवार को पर्दा उठा सकती है।