सर्दी तो साल 1961 में पड़ी थी, तब पारा माइनस में चला गया था… पढ़िए मध्य प्रदेश के मौसम का हाल
ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दिसंबर के 12 दिन हमेशा ही कड़ाके की ठंड के लिए जाने जाते हैं। अगर 2022 की बात करें, तो पारा लुढ़क कर 3.6 डिसे तक पहुंच गया था, जबकि इस बार तो सबसे कम न्यूनतम तापमान ही 4.6 डिग्री सेल्सियस है।
लोग इसे ही कड़ाके की ठंड मान रहे हैं, जबकि मौसम विभाग के रिकॉर्ड की मानें तो ग्वालियर में तो 26 दिसंबर 1961 को तापमान लुढ़ककर माइनस 0.4 डिग्री तक पहुंच गया था। हालांकि अब यह इतिहास ही बन चुका है, क्योंकि इसके बाद ग्वालियर में कभी इतनी सर्दी नहीं पड़ी है।
ग्वालियर: एमपी में सर्दी का प्रवेश द्वार
- उत्तर भारत में होने वाली ठंडक ग्वालियर से ही प्रदेश में दाखिल होती है। बाद में धीरे-धीरे ठंड के तेवर ढीले पड़ने लगते हैं। ऐसे में नवंबर माह में गुलाबी सर्दी का अहसास होने लगता है।
- दिसंबर तक तो कड़ाके की ठंड की शुरुआत हो जाती है। घरों में कूलर, पंखे बंद हो जाते हैं, रजाई, कंबल निकल आते हैं। इस बार भी ठंड तो बढ़ी है, लेकिन ग्वालियर में जैसी कड़ाके की ठंड पड़ती रही है, वैसी इस बार नहीं है।
- दिसंबर के 13 दिन गुजर चुके हैं और केवल 12 दिसंबर को सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। शहर के आसमान में छाए बादल छंटने के कारण शनिवार को दिन के तापमान में उछाल दर्ज किया गया।
- दोपहर के समय खिली तेज धूप ने सर्दी से राहत दिलाई। हालांकि रात के तापमान में एक बार फिर गिरावट हुई। इसके चलते रात में ठंडक का अहसास हुआ। घरों में अब लोगों ने मोटे कंबलों और रजाईयों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है।
- मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में एक से डेढ़ डिग्री सेल्सियस की गिरावट होगी। इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से तापमान में इजाफा होगा।
भोपाल: सर्दी का यू टर्न, रात का पारा 3.8 डिग्री पर
राजधानी में दूसरी बार दिसंबर माह में सर्दी के तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं। शनिवार को तो सर्दी ने जैसे यू टर्न लिया। रात का तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। जो शुक्रवार के न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री की तुलना में चार डिग्री कम रहा।
पिछले सात दिन से शहर में रात का पारा 10 डिग्री से कम पर है। शाम ढलते ही सर्द हवाएं ठिठुरन बढ़ाने लगती हैं। शनिवार शाम साढ़े पांच बजे तापमान 20 डिग्री पर था, जो तीन घंटे बाद 8.2 डिग्री लुढ़ककर रात साढ़े आठ बजे 11.8 डिग्री पर आ गया था।
उधर भीषण ठंड खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने वालों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। एक दिसंबर से लेकर 13 दिसंबर तक 11 लोग मौत की नींद सो चुके हैं। शनिवार को भी जहांगीराबाद थाना पुलिस ने जिंसी चौराहा के पास सेंटर पाइंट के पास फुटपाथ से 55 वर्षीय गुड्डन उर्फ इकबाल का शव बरामद किया गया।