इंदौर सराफा बाजार: सोना घटकर 77000 तक जाने की उम्मीद..
इंदौर। अमेरिका में चुनावी नतीजे जारी होने के बाद अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता कम हो गई है। इससे अमेरिकी मुद्रा डालर के दामों में मजबूती आने लगी है। इससे कीमती धातुओं पर दबाव बनेगा।
बीच में एक-दो दिन फेडरल रिजर्व की ब्याज दर कटौती के कारण जरुर सोना-चांदी मजबूत हुए थे लेकिन आगे गिरावट को बाजार तय मान रहा है।
ट्रंप की आने वाली सरकार का रुख भी ऐसा ही रहेगा जो कीमती धातुओं के प्रति नकारात्मक रुख को बल देगा। इस बीच डालर में मजबूती आने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन एकतरफा गिरावट की स्थिति बनी रही।
कामेक्स पर सोना वायदा 15 डालर टूटकर 2669 डालर प्रति औंस पर कारोबार करता देखा गया। इसके चलते भारतीय बाजारों में सोना केडबरी 450 रुपये घटकर 78950 रुपये प्रति दस ग्राम रह गया।
सोना 1850 रु. घटा, चांदी 2700 रु. टूटी, वैवाहिक सीजन में अच्छी ग्राहकी की उम्मीद
अमेरिका द्वारा विदेशी व्यापार पर टैरिफ लगाने से अब यूरोपीय संघ की मुद्रा यूरो भी दबाव में है। यूरो साढ़े छह माह के निचले स्तर तक गिर गया है। अमेरिकी चुनाव परिणाम के बाद डालर ऊंचा बना हुआ है। बाजार इस बारे में भी निश्चिंत नहीं है कि अमेरिका अगले महीने की फेड मीटिंग में ब्याज दरों में कटौती को जारी रखेगा।
इस बीच चीन के केंद्रीय बैंक ने घोषणा की है कि अभी सोना खरीदी नहीं होगी। ऐसे में सोने और चांदी में अंतराष्ट्रीय स्तर पर दबाव दखा जा रहा है। एक दिन पहले सोने के 77000 रुपये के स्तर पर जाने की उम्मीद जता दी थी। ऐसा ही कुछ मंगलवार के बाजार में घटित भी हुआ।
सोने और चांदी में मुनाफा वसूली की बिकवाली का दबाव बढ़ गया। इसके चलते अंतरराष्ट्रीय बुलियन मार्केट में सोना 75 डालर टूटकर 2600 डालर से नीचे 2594 डालर प्रति औंस और चांदी भी 101 सेंट घटकर 30.78 डालर प्रति औंस पर कारोबार करती देखी गई।