बुरी लत के चक्कर में फंस रहे मासूम, पांच को किया गया सुधार के लिए भर्ती..
बलौदा बाजार| छत्तीसगढ़ में आपराधिक घटनाओं में तेजी आने के पीछे एक बड़ी वजह नशाखोरी नजर आ रही है. युवा वर्ग हो या बच्चे, सभी नशे की गिरफ्त में फंसे हुए हैं. नशे के चंगुल में फंसकर परिवार बर्बाद हो रहे हैं. इतना ही नहीं, हर तरह के नशे की उपलब्धता के कारण हर वर्ग तक यह आसानी से पहुंच रहा है. इसपर कानून व्यवस्था होने और कार्रवाई के बाद भी रुकने का नाम नहीं ले रहा. वजह कोई सामाजिक व्यवस्था नहीं होने और लोक लाज का भय खत्म होने का परिणाम बच्चों पर पड़ने लगा है. ऐसे ही सूखे नशे के चंगुल में फंसे बलौदा बाजार को नशे से मुक्त कराने पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने अभियान चलाया है. इसके तहत थाना सिटी कोतवाली पुलिस ने अभियान की कड़ी में अभिनव पहल करते हुए पांच बच्चों को नशा मुक्ति केंद्र भेजा है.
प्रशासन ले रहा एक्शन
बलौदा बाजार सिटी कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी अजय झा ने बताया कि अवैध रूप से शराब बिक्री, जुआ, सट्टा और नशा करने के सामान बिक्री, आदि गलत कामों में लिप्त आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. साथ ही, आम लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए लगातार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर समझाइश भी दी जा रही है. इसी क्रम में कोतवाली पुलिस ने बलौदा बाजार में पांच नाबालिग बालकों को नशा मुक्ति केंद्र भेजने का अभिनव पहल किया है. यह पांचों बालक सुखा नशा सॉल्यूशन से नशा करने के आदी हो गए थे. पहले भी इन पांच बालकों को नशा करते हुए पकड़कर समझाइश दी गई थी, लेकिन इसके बाद भी इन बालकों में किसी प्रकार का सुधार नहीं हो पाया.
बालक भेजे गए बाल कल्याण समिति
नशे और अन्य गलत कामों में शामिल बालकों की इस स्थिति को देखते हुए पुलिस ने पांच बालकों को विधिवत बाल कल्याण समिति बलौदा बाजार के समक्ष प्रस्तुत किया. यहां से सभी को उचित इलाज और नशा से मुक्ति दिलाने के लिए रायपुर के नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया है.