श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा चुनाव प्रभारी राम माधव ने बुधवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव ऐतिहासिक साबित होंगे. साथ ही कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में एक नई सरकार बनेगी. भाजपा नेता श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके बलहामा में लाल चौक निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार ऐजाज हुसैन के नामांकन दाखिल करने के दौरान भी शामिल हुए.
माधव ने कहा, ‘यह एक ऐतिहासिक चुनाव साबित होगा. हमें पूरा विश्वास है कि जिन परिवारों की वजह से जम्मू घाटी के लोग पिछले 34 वर्षों से बड़ी त्रासदी झेल रहे हैं, उन्हें मुक्ति मिलेगी. हमें पूरा विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर में एक नया नेतृत्व उभरेगा.’ राम माधव ने कहा कि भाजपा जम्मू में शांति, सद्भाव और विकास लाएगी तथा जो पार्टियां पुराने बुरे हालात वापस लाने के लिए चुनाव लड़ी हैं, उन्हें हराया जाएगा.’
उन्होंने कहा, ‘जो लोग शांति चाहते हैं, जो आतंकवाद का बिल्कुल भी समर्थन नहीं करते हैं और जो विकास चाहते हैं, ऐसी पार्टियां और नेता कश्मीर घाटी में भी उभरेंगे. भाजपा जम्मू में शांति, सद्भाव और विकास लाएगी.’ उन्होंने कहा, ‘हम जम्मू-कश्मीर के लोगों को याद दिलाएंगे कि हमें पुराने दिनों और पुरानी परेशानियों की ओर वापस ले जाने के लिए जो घोषणापत्र लाया गया है. वह एनसी, पीडीपी और उन सभी लोगों द्वारा लाया गया है जो आतंकवादियों की मदद से खुलेआम चुनाव लड़ रहे हैं.’
माधव ने कहा, ‘जो पार्टियां पुरानी बुरी स्थिति को वापस लाने के लिए चुनाव लड़ी हैं, उन्हें हराना होगा. भाजपा के नेतृत्व में इस राज्य में नई सरकार बनेगी.’ इससे पहले सोमवार को भाजपा ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की और नौशेरा निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी इकाई के प्रमुख रविंदर रैना को मैदान में उतारा. भाजपा ने ईदगाह सीट से आरिफ राजा, खानसाहिब सीट से अली मोहम्मद मीर, चरार-ए-शरीफ सीट से जाहिद हुसैन और राजौरी (एसटी) सीट से विबोध गुप्ता को मैदान में उतारा है.
अपनी तीसरी सूची में पार्टी ने मेंढर से मुर्तजा खान, रामनगर (एससी) से सुनील भारद्वाज, पुंछ हवेली से चौधरी अब्दुल गनी, उधमपुर पश्चिम से पवन गुप्ता, थन्नामंडी से मोहम्मद इकबाल मलिक और श्री माता वैष्णो देवी से बलदेव राज शर्मा को मैदान में उतारा है. जम्मू-कश्मीर में मतदान तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को होगा. मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी. जम्मू और कश्मीर में 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 7 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) और 9 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं.