छत्तीसगढ़ में 73 प्रतिशत कम बारिश, 15 जिलों में बिजली गिरने का यलो अलर्ट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में बीते एक सप्ताह के दौरान मानसून कमजोर पड़ गया है। 1 से 7 अगस्त के बीच सामान्य रूप से 94.2 मिमी वर्षा होनी चाहिए थी, लेकिन इस अवधि में केवल 25.4 मिमी पानी बरसा, जो सामान्य से करीब 73% कम है। हालांकि, पिछले 48 घंटे में रायपुर, राजिम, कुसमी, नारायणपुर और पाटन में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल मौसम के मिजाज में खास बदलाव की संभावना नहीं है। शुक्रवार को सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, धमतरी, बालोद, कांकेर और बीजापुर समेत 15 जिलों में गरज-चमक के साथ तेज हवा और बिजली गिरने का यलो अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश के लिए किसी जिले में रेड अलर्ट नहीं है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि रेड अलर्ट में भारी बारिश के साथ जान-माल के नुकसान की आशंका रहती है, जबकि यलो अलर्ट केवल मौसम बदलने की चेतावनी है। मौजूदा मॉनसून सीजन में 1 जून से अब तक प्रदेश में औसतन 652.5 मिमी बारिश हो चुकी है। बलरामपुर जिले में सबसे अधिक 1066.2 मिमी वर्षा हुई है, जबकि बेमेतरा में सबसे कम 327.9 मिमी पानी बरसा है।
जून से जुलाई के बीच कुल 623.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य तौर पर 558 मिमी वर्षा होती है। यानी इस अवधि में 12% अधिक पानी बरसा। सिर्फ जुलाई में ही 453.5 मिमी बारिश हुई, जो पिछले 10 सालों में केवल दो बार 400 मिमी के आंकड़े को पार कर पाई है। 2023 में जुलाई में सबसे ज्यादा 566.8 मिमी वर्षा दर्ज हुई थी, जबकि 2016 में यह आंकड़ा 463.3 मिमी था। मौसम विभाग ने लोगों को बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए खुले मैदान, पेड़ और खंभों के पास न रुकने तथा सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लेने की सलाह दी है।





