नहर में डुबी 4 बच्चियां : दो की मौत, एक की तलाश जारी

कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी के उमरियापान के समीप नर्मदा नहर में चार बच्चियों के डूबने की दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना में दो बच्चियों की मौत हो चुकी है, जबकि एक बच्ची सुरक्षित है और चौथी बच्ची की तलाश जारी है। यह हादसा उस वक्त घटित हुआ जब चारों बच्चियां नहर में नहाने गई थी। मृतक बच्चियों की पहचान सिद्धि पटेल 12 वर्ष, कक्षा आठवीं एवं अंशिका पटेल 14 वर्ष कक्षा नवमी के रूप में हुई है। वहीं जिस बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला गया है उसका नाम अन्नया पटेल पिता अमित पटेल 12 वर्ष है। जबकि मृत सिद्धि की छोटी बहन मानवी पटेल 8 वर्ष अब भी लापता है। इस हृदयविदारक घटना के बाद गांव में मातम पसर गया है। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है, और प्रशासनिक अमला लगातार चौथी बच्ची की तलाश में जुटा हुआ है।
पुलिस ने बताया कि, परसवारा गांव की चार बच्चियां उमरियापान के समीप नर्मदा नहर में नहाने के लिए गई थी। नहर का पानी गहरा होने के कारण तीनों बच्चियां उसमें डूबने लगीं। आस-पास कोई मौजूद नहीं था, जिससे उन्हें तुरंत बचाया नहीं जा सका। कुछ देर बाद जब स्थानीय लोगों को इस घटना की जानकारी मिली, तो उन्होंने प्रशासन को सूचित किया और बच्चियों की तलाश शुरू की गई। बचाव कार्य में लगे स्थानीय गोताखोरों और पुलिस दल ने सिद्धि पटेल और अंशिका पटेल के शव बरामद कर लिए, वहीं एक बच्ची अन्नया पटेल पिता अमित पटेल 12 वर्ष को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन आठ वर्षीय मानवी पटेल अब भी लापता है।
गोताखोर और प्रशासनिक अधिकारी उसकी तलाश में जुटे हुए हैं, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण खोज अभियान में कठिनाइयां आ रही हैं। जैसे ही यह खबर गांव में फैली, चारों ओर शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सिद्धि और अंशिका की मौत ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है। मृतक बच्चियों के माता-पिता को सांत्वना देने के लिए आस-पास के गांवों के लोग भी बड़ी संख्या में जुट गए हैं। परिजनों के अनुसार, यह पहली बार नहीं था जब ये बच्चियां नहर में नहाने गई थीं, लेकिन इस बार यह हादसा हो गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि, प्रशासन को इस नहर के किनारे चेतावनी बोर्ड लगाने चाहिए थे और बच्चों को नहर में जाने से रोकने के लिए उचित प्रबंध करने चाहिए थे। इस घटना की सूचना मिलते ही उमरियापान थाना प्रभारी और तहसीलदार मौके पर पहुंचे। पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने गोताखोरों की मदद से तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कुछ ही घंटों में दो बच्चियों के शव बरामद कर लिए गए वही एक बच्ची को सुरक्षित बचाया गया लेकिन चौथी बच्ची अब भी लापता है। प्रशासन ने स्थानीय गोताखोरों और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीम को भी खोज अभियान में शामिल किया है। नहर में पानी का प्रवाह तेज होने के कारण खोज अभियान में मुश्किलें आ रही हैं, लेकिन प्रयास जारी हैं।