महासमुंद के 127 छात्रों का इंस्पायर अवार्ड के लिए चयन

महासमुंद जिले के लिए गर्व की बात है कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी इंस्पायर अवार्ड की सूची में जिले के 127 छात्र चयनित हुए हैं। इन छात्रों को नवाचारी प्रोजेक्ट्स के लिए भारत सरकार की ओर से 10-10 हजार रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी। कुल मिलाकर जिले के छात्रों को 12 लाख 70 हजार रुपए की सहायता मिलेगी।
इंस्पायर अवार्ड का उद्देश्य
इंस्पायर अवार्ड का उद्देश्य स्कूली छात्रों को इनोवेशन के लिए प्रेरित करना है। सत्र 2024-25 में महासमुंद जिले के 127 छात्रों ने इस योजना में जगह बनाई है। उन्हें दिए गए 10 हजार रुपए की सहायता राशि से वे अपने आइडिया को प्रोटोटाइप में बदलेंगे और जिला स्तरीय प्रदर्शनी में प्रस्तुत करेंगे। यहाँ से चयनित होने वाले छात्र राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में भाग ले सकेंगे। यदि उनका नवाचार उत्कृष्ट पाया गया तो उन्हें पेटेंट और स्टार्टअप के लिए सहयोग एवं तकनीकी मार्गदर्शन भी मिलेगा।
इस वर्ष इंस्पायर अवार्ड योजना को अधिकतम छात्रों तक पहुँचाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी मोहन राव सावंत के मार्गदर्शन में प्रयास किए गए। जिला नोडल अधिकारी श्री हेमेंद्र आचार्य के नेतृत्व में जिले के शिक्षकों की टीम बनाई गई थी। इसमें विज्ञान परिषद के जिला समन्वयक जगदीश सिन्हा सहित अन्य शिक्षकों ने अहम भूमिका निभाई।
ब्लॉक स्तर पर खेमराज साहू (महासमुंद), सुबोध कुमार तिवारी (बागबाहरा), विवेक वर्मा (पिथौरा), प्रेमचंद साव (बसना) और निर्मल प्रधान (सरायपाली) को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। इन शिक्षकों ने छात्रों और उनके गाइड शिक्षकों को योजना की बारीकियाँ समझाकर अधिक से अधिक पंजीयन के लिए प्रेरित किया।
चयनित छात्रों को शुभकामनाएँ
इंस्पायर अवार्ड में चयनित जिले के 127 छात्रों को जिला शिक्षा अधिकारी मोहन राव सावंत, जिला मिशन समन्वयक रेखराज शर्मा, सहायक संचालक सतीश नायर, नंदकिशोर सिन्हा, जिला नोडल अधिकारी हेमेंद्र आचार्य और जिला समन्वयक जगदीश सिन्हा ने बधाई दी है। उन्होंने छात्रों को भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि इस अवसर का लाभ उठाकर अपने नवाचार को देश के लिए उपयोगी बनाएं।
महासमुंद के छात्रों का यह चयन जिले के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। यह योजना छात्रों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के साथ भविष्य के इनोवेटर्स तैयार करने में सहायक होगी।