नए साल में हवाई यात्रा के लिए बदलें नियम, जानें क्या हैं नए दिशा-निर्देश
FLIGHT LUGGAGE RULES: हाल ही में, ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) द्वारा हवाई यात्रा में सामान ले जाने के नियमों में बड़ा बदलाव किया गया है। इसके अलावा, एयरलाइंस जैसे इंडिगो (Indigo) और एयर इंडिया (Air India) ने भी अपनी फ्लाइट बैगेज पॉलिसी में संशोधन किए हैं। यदि आप पुराने नियमों के आधार पर यात्रा करते हैं, तो आपको अतिरिक्त शुल्क का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं फ्लाइट में हैंडबैग से संबंधित नए नियमों के बारे में।
नए नियमों का उद्देश्य
भारत में बढ़ती यात्रियों की संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है ताकि सुरक्षा प्रक्रियाओं को सरल और प्रभावी बनाया जा सके। इसके तहत फ्लाइट में साथ लाए जाने वाले बैग के वजन और आकार पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
फ्लाइट में एक बैग की अनुमति
अब, यात्रियों को अंतर्राष्ट्रीय या घरेलू यात्रा के दौरान एयरप्लेन के कैबिन में केवल एक बैग ले जाने की अनुमति है। इस नियम का पालन करना होगा, अन्यथा अतिरिक्त शुल्क लिया जा सकता है।
श्रेणी के हिसाब से वजन सीमा
फ्लाइट की श्रेणी के आधार पर अब सामान के वजन के लिए नए नियम लागू किए गए हैं:
- इकॉनमी और प्रीमियम इकॉनमी: इस श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्री अधिकतम 7 किलोग्राम तक का बैग ले जा सकते हैं।
- बिजनेस और फर्स्ट क्लास: इन श्रेणियों में यात्रा करने वाले यात्रियों को 10 किलोग्राम तक के बैग की अनुमति होगी।
पूर्व में, इकॉनमी में 8 किलोग्राम, प्रीमियम इकॉनमी में 10 किलोग्राम, और बिजनेस या फर्स्ट क्लास में 12 किलोग्राम तक का बैग ले जाने की अनुमति थी। अब यह सीमा घटाई गई है।
बैग का आकार
सिर्फ वजन ही नहीं, बैग के आकार को लेकर भी नए नियम लागू किए गए हैं। यात्रियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका बैग सुरक्षा मानकों के अनुरूप हो:
- ऊंचाई: अधिकतम 55 सेंटीमीटर (21.6 इंच)
- लंबाई: अधिकतम 40 सेंटीमीटर (15.7 इंच)
- चौड़ाई: अधिकतम 20 सेंटीमीटर (7.8 इंच)
अगर बैग इन मापों से बड़ा होता है, तो सुरक्षा जांच में समस्या हो सकती है और अतिरिक्त शुल्क लिया जा सकता है।