हैदराबाद: हिंडनबर्ग रिसर्च की हालिया रिपोर्ट पर भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने के प्रेस कांफ्रेस के माध्यम से कहा कि “आज हम कुछ मुद्दे उठाना चाहते हैं. हिंडनबर्ग में किसका निवेश है? क्या आप इस सज्जन जॉर्ज सोरोस को जानते हैं, जो नियमित रूप से भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करते हैं…”
उन्होंने कहा कि “वे वहां मुख्य निवेशक हैं… नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपनी रोगात्मक नफरत में, कांग्रेस पार्टी ने आज भारत के खिलाफ ही नफरत पैदा कर ली है. अगर भारत का शेयर बाजार गड़बड़ा गया तो छोटे निवेशकों को परेशानी होगी या नहीं? कांग्रेस पार्टी की राजनीति में एक टूलकिट राजनीति है, दूसरी चिट राजनीति है. अगर परीक्षा में चिट पाई जाती है तो कार्रवाई होती है.”
रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि “लेकिन कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं को मिलने वाले चिटों का क्या किया जाना चाहिए? वे पूरे शेयर बाजार को ध्वस्त करना चाहते हैं, छोटे निवेशकों के पूंजी निवेश को रोकना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि भारत में कोई आर्थिक निवेश न हो.”
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि “लोगों द्वारा नकारे जाने के बाद, कांग्रेस, उसके सहयोगी और टूलकिट गिरोह में उसके सबसे करीबी सहयोगी ने भारत में आर्थिक अराजकता और अस्थिरता लाने के लिए एक साथ मिलकर साजिश रची है.” प्रसाद ने कहा कि 2004 से 2014 के बीच कांग्रेस के 10 साल के शासन में कई कथित घोटाले हुए थे। उन्होंने सवाल किया कि उस समय ऐसी आलोचनात्मक रिपोर्ट क्यों नहीं लाई गईं.
उन्होंने आरोप लगाया कि “कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व इस काल्पनिक रिपोर्ट के आधार पर आर्थिक अराजकता पैदा करने में शामिल है.” हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि निवेशकों को षड्यंत्र का एहसास हो गया है और उन्होंने बाजार को झकझोरने के प्रयासों को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि छोटे निवेशकों ने बड़ी संख्या में अपना पैसा शेयर बाजार में लगाया है, लेकिन कांग्रेस उन्हें नुकसान क्यों पहुंचाना चाहती है.
उन्होंने दावा किया कि “राहुल गांधी और उनके टूलकिट मित्रों के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपनी रोगात्मक नफरत में, कांग्रेस ने भारत के लिए नफरत विकसित कर ली है.” उन्होंने कहा कि सेबी ने अडानी समूह के खिलाफ शेयर बाजार में हेरफेर के अपने पिछले साल के आरोपों के तहत अमेरिका स्थित हिंडनबर्ग को नोटिस भेजा था, लेकिन यह कभी जांच में शामिल नहीं हुआ और इसके बजाय इसकी अध्यक्ष माधबी पुरी बुच पर हमला किया.
प्रसाद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जांच के आदेश दिए हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पश्चिम बंगाल में सरकारी अस्पताल में डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में तृणमूल कांग्रेस सरकार की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि वह मामले को दबाने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को मामले की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए. अशांत बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमलों के बीच, भाजपा नेता ने राहुल गांधी सहित विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाया और कहा कि मोदी ने उनकी सुरक्षा की आवश्यकता के बारे में बात की थी.