कथा वाचक प्रदीप मिश्रा के सांता क्लाज वाले बयान पर सियासी घमसान, कांग्रेस ने दुबई के कार्यक्रम पर किया सवाल, डिप्टी सीएम साव ने किया किनारा
रायपुर। पंडित प्रदीप मिश्रा के सांता क्लाज को लेकर दिए गए विवादित बयान पर सियासत होने लगी है। एक तरफ कांग्रेस बयान को लेकर हमलावर है, तो वहीं भाजपा इस पूरे प्रकरण से अपना पल्ला झाड़ रही है। कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा कथावाचक हैं, राजधानी आए हैं, उनका स्वागत है।
पंडित मिश्रा दुबई में चंद्राकर के आमंत्रण पर कथा करने गए थे। उनसे पूछना चाहिए कि उनसे-उनका क्या संबंध है। कुछ तो क्लू मिलेगा। वहीं कथावाचक के बयान पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि धर्माचार्य के बयान पर मेरी कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करना उचित नहीं है। मैं तो कहता हूं कि कल हमने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता अटल बिहारी वाजपेई की 100वीं जयंती मनाई है। आज छत्तीसगढ़ जिस दिशा में आगे बढ़ा है, वह अटल जी के कारण संभव हुआ है।
क्या कहा था कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने
बता दें कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने राजधानी रायपुर के सेजबहार में शिव महापुराण कथा का वाचन करते हुए राजधानी में सांता क्लाज के बिक रहे लाल कपड़े को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा था कि अगर भारत की भूमि पर अगर किसी को पहनाना है तो अपने बच्चों को वीर शिवाजी, महाराणा प्रताप या झांसी की रानी अहिल्या बाई के कपड़े पहनाओ, पर अपने बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाकर जोकर मत बनाओ, जिससे उनकी हंसी उड़ जाए। उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म की साख को मजबूत करिए। सनातन धर्म की साख को प्रबल बनाइए और सनातन धर्म को मजबूत करने का प्रयास करिए. अपना धर्म छोड़कर किसी दूसरे धर्म में जाकर जूठन मत खाइए। भले अपनी रूखी-सूखी हो, वो खाइए. अपने घर का खाओ, जैसा भी हो। घर की रोटी के आगे कोई रोटी अच्छी नहीं लगती।