बिलासपुर में धान घोटाले का भंडाफोड़! दो राइस मिलें सील, बिजली काटी
बिलासपुर। राइस मिलरों के दबाव के बीच राज्य सरकार अब एक्शन मोड में आ गई है। नियमों व मापदंडों का सीधेतौर पर अवहेलना और सरकार की समझाइश के बाद समितियों से धान उठाव में आनाकानी करने वाले मिलरों के खिलाफ सरकार ने अब सीधी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी कड़ी में मंगलवार को बिलासपुर जिल के दो राइस मिलों को सीलबंद करने के साथ ही बिजली सप्लाई भी रोक दी है। राज्य शासन के निर्देश पर बिजली वितरण कंपनी ने दोनों मिलों की पावर सप्लाई कट कर दी है। बिलासपुर जिले के कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर मंगलवार को जिला प्रशासन की टीम ने दो और राइस मिलों के खिलाफ छापामार कार्रवाई की। दोनों राइस मिलों के बिजली कनेक्शन काट दिए गए। मीलें सील कर दी गई। कस्टम मिलिंग नियमों के प्रावधानों के उल्लंघन का आरोप इन मिलर्स पर है। बड़ी मात्रा में धान, चावल एवं कनकी के स्टॉक भी जब्त कर लिए गए। खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में संचालित दो राइस मिल-श्रीजी राइस मिल सेन्दरी एवं लक्ष्मी एग्रोटेक बिल्हा के खिलाफ कार्रवाई की गई। श्रीजी राइस मिल के संचालक जुगल किशोर पालीवाल हैं। उनके मिल से 4022 क्विंटल धान, 2322 क्विंटल चावल एवं 109 क्विंटल कनकी बरामद किया गया है। छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 की प्रावधानों के उल्लंघन का आरोप लगा है। लक्ष्मी एग्रोटेक बिल्हा, संचालक गौरव अग्रवाल की राइस मिल भी सील कर बिजली कनेक्शन काट दिया गया। उनके मिल से 280 क्विंटल धान जब्त किया गया। उन पर भी कस्टम मिलिंग के प्रति उदासीनता का आरोप लगा है। जिला प्रशासन की टीम में राजस्व, खाद्य, मार्कफेड, पुलिस एवं बिजली विभाग के अधिकारी शामिल हुये। कलेक्टर ने आज अधिकारियों की बैठक लेकर धान खरीदी की समीक्षा की। उन्होंने असहयोग करने वाले राअस मिलरों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने के निर्देश दिए।