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इजराइल के पीएम नेतन्याहू का अमेरिकी संसद में अपमान! क्यों नहीं पहुंची कमला हैरिस?

इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं. यहां वे गाजा युद्ध में अमेरिका की मदद को और बढ़ाने के लिए पहुंचे हैं. इजराइली प्रधानमंत्री का ये दौरा विवादों से घिरा रहा है.अमेरिका की यूनिवर्सिटी और सड़कों पर पिछले दो महीनों से इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं और ये प्रदर्शन नेतन्याहू के दौरे पर भी जारी रहे. नेतन्याहू ने अमेरिकी कांग्रेस को 24 जुलाई को संबोधित किया. उनके इस संबोधन के दौरान संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह विरोध देखने को मिला.

बेंजामिन नेतन्याहू के संबोधन का करीब 50 सांसदों ने बहिष्कार किया. वहीं, हजारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए देश की राजधानी वाशिंगटन की ओर मार्च किया. नेतन्याहू ने अपने पूरे संबोधन के दौरान गाजा में जारी युद्ध का बचाव किया और अमेरिकी प्रदर्शनकारियों की निंदा की, इसके अलावा उन्होंने जंग और अशांति के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है.

“पूर्ण विजय तक जंग जारी रखने का संकल्प”

अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए बाइडेन ने नौ महीने से जारी गाजा युद्ध में ‘पूर्ण विजय’ होने तक इसे जारी रखने का संकल्प लिया. इसके अलावा उन्होंने हमास के खिलाफ जंग में अमेरिका की ओर से दी जा रही मदद को बढ़ाने का अनुरोध किया. नेतन्याहू ने कहा, “अमेरिका और इजराइल को एक दूसरे के साथ खड़ा होना चाहिए, जब हम एक साथ होते हैं तब असल में कुछ बड़ा होता है. हम जीतते हैं, वे हारते हैं.”

नेतन्याहू ने जारी युद्ध को लेकर अपना बचाव किया और इसका विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे लोग इजराइल विरोधियों की मदद कर रहे हैं. नेतन्याहू के संबोधन में कई सांसदों ने ताली बजाई लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख सांसदों ने ऐसा नहीं किया. इस दौरान हमास से छुड़ाए गए एक इजराइली बंधक नोआ अरगामानी भी उपस्थित रही.

कई बड़े सांसदों ने किया विरोध

डेमोक्रेटिक पार्टी के 50 से अधिक सांसदों और निर्दलीय सांसद बर्नी सैंडर्स ने नेतन्याहू के संबोधन का बहिष्कार किया. उप राष्ट्रपति कमला हैरिस भी उनके इस संबोधन में हिस्सा नहीं ले पाई, उनके उपस्थित न होने का कारण पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को बताया गया है. डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद पैटी मरे, मिशिगन से डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद रशीदा तलैब ने भी संबोधन का विरोध किया.

 

रशीदा तलैब फिलिस्तीनी मूल की अमेरिकी सांसद हैं, उनका परिवार वेस्ट बैंक में रहता है. रशीदा तलैब ने संबोधन के दौरान हाथों में तख्ती ले रखी थी जिस पर लिखा था, “युद्ध अपराधी.”

39 हजार लोगों ने किया विरोध

ट्रंप के इस दौरे का अमेरिका सड़को पर करीब 39 हजार लोगों ने विरोध किया. लोगों की भीड़ ने वाशिंगटन की सड़कों घेर लिया. प्रदर्शनकारियों के हाथों में फिलिस्तीनी झंडे और तख्तियां थी, जिन पर जंग रुकवाने जैसे नारे लिखे थे. प्रदर्शनकारियों ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमले के बाद बंधक बनाए गए इजराइली और अमेरिकी बंधकों को छुड़ाने में नेतन्याहू की नाकामी की निंदा की. पुलिस ने राजधानी वाशिंगटन की ओर बढ़ रही प्रदर्शनकारियों की भीड़ को रोकने के लिए मिर्च स्प्रे और हल्के बल का भी इस्तेमाल किया.

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