छत्तीसगढ

दंतेवाड़ा में मोतियाबिंद आपरेशन के बाद मरीजों की आंखों में आई संक्रमण की आशंका से तीन माह से आपरेशन नहीं

अंबिकापुर। मेडिकल कालेज अस्पताल के नेत्र विभाग में पिछले तीन महीने से आपरेशन नहीं हो रहे हैं। अगले तीन महीने तक इसकी संभावना भी नहीं है। नेत्र विभाग में निर्माण कार्यों के कारण यह परिस्थिति निर्मित हुई है। धूल – धूसरित वातावरण में संक्रमण की आशंका से प्रबंधन ने नेत्र विभाग के आपरेशन थिएटर को बन्द रखा है।

स्वास्थ्य विभाग के मोतियाबिंद आपरेशन का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो पा रहा है। हालांकि प्रबंधन की ओर उदयपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मोतियाबिंद के मरीजों का आपरेशन किया जा रहा है। मेडिकल कालेज अस्पताल अंबिकापुर के विशेषज्ञ चिकित्सक ही यह सुविधा उपलब्ध करा रहे है। लखनपुर-उदयपुर ब्लाक के मोतियाबिंद के मरीजों का आपरेशन पहले से ही उदयपुर में होता था लेकिन मेडिकल कालेज अस्पताल में आंखों का आपरेशन नहीं होने से जिलेभर के मरीज उदयपुर अस्पताल में आपरेशन करवा सकते हैं।

अंबिकापुर से उदयपुर की दूरी 40 किलोमीटर है इसलिए ज्यादातर मरीज वहां जाकर आपरेशन कराने से परहेज कर रहे है।ऐसे मरीज जिन्हें तत्काल मोतियाबिंद के आपरेशन की जरूरत नहीं है वे मेडिकल कालेज अस्पताल में सुविधा आरंभ होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं लेकिन जिन्हें तत्काल आपरेशन की सलाह दी जा रही है वे निजी अस्पतालों में जाकर आपरेशन करवा रहे हैं। प्रबंधन को उम्मीद है कि दो-तीन महीने में मेडिकल कालेज अस्पताल में फिर से आंखों का आपरेशन शुरू हो जाएगा।

20 बिस्तर के विभाग में बना एक और तल जिला अस्पताल के जमाने से ही नेत्र रोग विभाग अलग से संचालित हो रहा है।इसका अपना भवन है।यहां अब तक 20 बेड की उपलब्धता थी। मेडिकल कालेज अस्पताल बनने के बाद मरीजों की संख्या में वृद्धि होने लगी।

नेत्र रोग विभाग का भवन छोटा पड़ने लगा। तब प्रबंधन की ओर से कम से कम 20 बेड और बढ़ाने का निर्णय लिया गया। शासन स्तर से राशि स्वीकृत होने के बाद नेत्र रोग विभाग के भूतल के ऊपर एक और तल का निर्माण चल रहा है।

निर्माण कार्य के कारण धूल-धूसरित वातावरण से संक्रमण का खतरा है। इसी संभावित खतरे को देखते हुए नेत्र रोग विभाग के आपरेशन थिएटर को बंद रखा गया है। यहां आंखों का किसी प्रकार का कोई आपरेशन भी नहीं हो रहा है।

40 बेडों का हो जाएगा नेत्र विभाग नेत्र रोग विभाग में निर्माण कार्य पूर्ण होने से यहां बेडों की संख्या 40 हो जाएगी। भूतल का पुराना आपरेशन थिएटर पहले की तरह संचालित होगा। इसके अलावा प्रथम तल में भी एक अतिरिक्त आपरेशन थिएटर विकसित किया जाएगा।

एक साथ दो – दो आपरेशन थिएटर हो जाने से मरीजों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। 40 बेड हो जाने की स्थिति में एक साथ 40 मरीज भर्ती हो सकेंगे। चिकित्सकों के साथ कर्मचारियों को भी सुविधा होगी। मरीजों की भीड़ बढ़ने के बाद भी अव्यवस्था का माहौल निर्मित होगा।सीतापुर में नए आपरेशन थिएटर का प्रस्ताव सरगुजा जिले में नेत्र रोग की जांच व उपचार के लिए सुविधाओं का विस्तार करने की योजना है।

सीतापुर, बतौली और मैनपाट ब्लाक के मोतियाबिंद के मरीजों के आपरेशन के लिए सीतापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नया आपरेशन थिएटर विकसित करने का प्रस्ताव है। यह सुविधा हो जाने से अंबिकापुर मेडिकल कालेज अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में दबाब कम होगा। सरगुजा की नेत्र सर्जन और राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डा रजत टोप्पो सरगुजा के अलावा जशपुर जिले के पत्थलगांव अस्पताल में भी मोतियाबिंद के मरीजों का आपरेशन करती हैं।

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