फूड प्वॉयजनिंग केस में हॉस्टल अधीक्षिका सस्पेंड… बच्चों का इलाज जारी…
- पनीर खाने से 39 बच्चियां हुईं थीं बीमार
बीजापुर। बीजापुर के धनोरा माता रुक्मणी आश्रम में लापरवाही के मामले में हॉस्टल अधीक्षिका पर कार्रवाई की गई है। माता रुक्मणी सेवा संस्थान ने अधीक्षिका को सस्पेंड कर दिया है। वहीं एफएसएल की टीम ने बीजापुर अस्पताल पहुंचकर तीनों बच्चों का सैंपल लिया है, जिसे जांच के लिए मेडिकल कालेज जगदलपुर भेजा गया है।
बताते चलें कि, पनीर खाने के बाद माता रुक्मणि आश्रम की 39 बच्चियां बीमार पड़ गई थी, जिसमें 1 बच्ची की मौत हो गई जबकि 12 की स्थिति गंभीर है। इस मामले में बीजापुर कलेक्टर संबित मिश्रा का कहना है कि जिले में संचालित माता रुक्मणि बालिका आश्रम धनोरा में पनीर खाने से अचानक बच्चों की तबीयत बिगड़ी थी। इसे खाने से बालिका आश्रम की 39 बच्चियां फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गईं। इसके बाद 12 बच्चियों को पीआईसीयू में भर्ती करवाया गया। वहीं तीन बच्चियों को मेडिकल कॉलेज जगदलपुर भेजने के दौरान एक बच्ची ने रास्ते में दम तोड़ दिया। मेडिकल कॉलेज में अब दो बच्चियों का इलाज चल रहा है। एफएसएल की टीम ने बीजापुर अस्पताल पहुंचकर तीनों बच्चों का सैंपल मेडिकल कालेज जगदलपुर भेजा है। बताया जा रहा है कि आश्रम में कुल 88 बच्चे हैं। सभी ने रात को खाना खाया था। खाना खाने के बाद बच्चों को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी। सीएमएचओ डॉ. बीआर पुजारी ने बताया कि बच्चों की हालत पर डॉक्टर लगातार नजर बनाए हुए हैं। बच्चों का मलेरिया टेस्ट कराया गया है, जिसमें बच्चों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
मार्केट से लाई गई थी पनीर की सब्जी:
वहीं दूसरी ओर रसोइया का कहना है कि बच्चों ने पनीर की सब्जी खाई थी जिसे मार्केट से लाया गया था। इसे खाने के बाद भी बच्चियों की तबीयत बिगड़नी शुरू हुई। जिला प्रशासन अब पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। रिपोर्ट में मौत की असल वजह सामने आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी लेकिन जिला प्रशासन की कार्रवाई से पहले ही आश्रम प्रबंधन ने अधीक्षिका को हटा दिया है।
बीजापुर फूड प्वॉयजनिंग केस में एक्शन
अभी हम इस पूरे मामले में एक जांच कमेटी बनाएंगे। अभी पीएम हुआ है, रिपोर्ट आने के बाद मौत की वजह स्पष्ट होगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संबित मिश्रा,कलेक्टर
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