अव्यवस्था ने ली जान: अस्पताल ले जाते समय उफनती नदी के बीच धार में फंस गया वाहन, डायरिया पीड़िता की मौत
अंतागढ़। अस्पताल पहुंचे में देरी होने की वजह से उल्टी दस्त से पीड़ित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जयनी पोटाई की रास्ते में ही मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जयनी पोटाई उल्टी दस्त से पीड़ित थी, उसे इलाज के लिए निजी वाहन से अस्पताल लेजाया जा रहा था। एडानार नदी में पुल नहीं होने की वजह से वाहन नदी के बीच फंस गया। समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत हो गई।
पिछले दिनों हुई भारी बारिश से नदी-नालों में जल स्तर बढ़ गया है। वहीं एडानार नदी में पुल नहीं बनने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उल्टी दस्त से पीड़ित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जयनी बाई को अंतागढ़ अस्पताल लाया जा रहा था, इस बीच एडानार नदी में वाहन फंस गया, जिसे निकालने के लिए ट्रेक्टर बुलाया गया।
नदी में फंसे वाहन को बाहर निकालने से पहले मरीज ने दम तोड़ा
जब तक वाहन को नदी से बाहर निकाल पाते पीड़ित जयनी पोटाई की मौत हो चुकी थी। एक ओर सरकार कई महती योजनाओं के माध्यम से गांव-गांव पुल-पुलिया और सड़कों का निर्माण करा रही है और कईं गांव अभी भी इन सब योजनाओं से अछूते हैं।
बारिश के दिनों में टापू बन जाता है एडानार
अंतागढ़ ब्लाक की बात करें तो एडानार गांव बारिश के दिनों में टापू में तब्दील हो जाता है। आजादी के 77वें साल बाद पुल नहीं बनने की वजह से बारिश में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।