नकली सोने की माला थमाकर शातिर जीजा-साले ने व्यापारी से एक लाख रुपये ठगे
भोपाल। ऐशबाग इलाके में दो शातिर ठगों ने असली के नाम पर नकली सोने की माला थमाकर एक व्यापारी से एक लाख रुपये हड़प लिए। दोनों आरोपित व्यापारी के पास गरीब मजदूर बनकर पहुंचे और जरूरत का हवाला देते हुए सोने की माला बेहद सस्ते दाम में बेचने की बात कही।
व्यापारी को झांसा देने के लिए उन्होंने पहले उसे असली सोने के मोती कराए। जब व्यापारी को तसल्ली हो गई, तो वे उसे नकली माला थमाकर चंपत हो गए। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद एफआइआर दर्ज कर एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उसके साथी की तलाश कर रही है। आरोपित रिश्ते में जीजा-साले हैं।
ऐशबाग पुलिस थाने में पदस्थ एसआई गया प्रसाद ने बताया कि पुष्पा नगर में रहने वाले नीलेश पंजाबी गैस रिफिलिंग की दुकान चलाते हैं। गत 3 नवंबर को नीलेश की दुकान पर दो युवक आए थे। उन्होंने खुद को श्रमिक बताया तथा कहा कि उनके पास सोने की माला है। यहा माला उन्हें झांसी में मिली थी। वह इस माला को बेचना चाहते हैं। क्योंकि उन्हें रुपयों की सख्त जरूरत है।
नीलेश ने माला की कीमत पूछी तो उन्होंने बताया कि इसकी कीमत करीब सात लाख रुपये है। इस पर नीलेश ने कहा कि इतने रुपये तो उनके पास नहीं है, अगर बेचना चाहते हो तो एक लाख रुपये में दे दो। थोड़ी देर तक ना-नुकर करने के बाद युवक माला एक लाख में बेचने को तैयार हो गए।
इसके बाद युवकों ने माला से दो गुरिए निकालकर चेक कराने को दे दिए। यह गुरिए असली सोने के ही थे। नीलेश के पास 60 हजार रुपये थे तथा बाकी 40 हजार रुपये उसने अपनी कार को गिरवी रखकर दे दिए। इस तरह एक लाख रुपये लेकर दोनों युवक चले गए।
घर जाकर नीलेश ने अपनी पत्नी को सोने के माला दिखाई। अगले दिन पत्नी उसे चेक कराने के लिए जहांगीराबाद के एक ज्वैलर्स के पास पहुंची। वहां उसे पता चला कि माला असली नहीं, बल्कि पीतल पर सोने का पानी चढ़ाया गया है। ठगी का पता चलते ही नीलेश ने मामले की शिकायत पुलिस को कर दी।
पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के बाद आरोपितों की जानकारी जुटाई तो वह गांधीनगर में रहने वाले जीजा- साले निकले। पुलिस ने साले को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित जीजा की तलाश जारी है।