भाजपा की साजिश और प्रशासन के फेलियर के कारण बलौदाबाजार घटना हुई, अब कांग्रेस को बदनाम कर रहे : कांग्रेस जांच समिति
बलौदाबाजार : जिले के 10 जून 2024 को कलेक्ट्रेट परिसर में आगजनी हुई थी. इस केस में गिरफ्तार किए गए पार्टी कार्यकर्ताओं से शनिवार को कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने बलौदाबाजार जेल पहुंचकर मुलाकात की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए कांग्रेस की जांच समिति के सदस्यों राज्य की बीजेपीव सरकार पर जमकर हमला बोला है.
कांग्रेस को बदनाम करने का लगाया आरोप : कांग्रेस की जांच समिति में शामिल पूर्व विधायक धनेंद्र साहू और पूर्व मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने कहा, “प्रदेश कांग्रेस कमेटी पांच सदस्यीय समिति गठित की है, जो प्रदेश के अलग-अलग जेलों में बंद कांग्रेस पदाधिकारियों से मुलाकात कर रही है. शासन प्रशासन अपनी नाकामी को छुपाने निरपराध सतनामी समाज व कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाकर जेल भेज रही है. प्रदर्शन में शामिल होने सतनाम और क्रांति सेना के लोग अन्य राज्यों से आए थे.”
मजदूरों को आरोपी बनाकर केस दबाने के आरोप : जांच दल के सदस्यों ने कहा कि पुलिस प्रशासन जैतखाम की घटना में मजदूरों को आरोपी बनाकर मामले को दबा रहा था. समाज विशेष सीबीआई जांच की मांग कर रही थी. धनेंद्र साहू और शिव डहरिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस पूरी घटना के पर्दाफाश होने तक संघर्ष जारी रखेगी और न्याय लेकर रहेगी.
कांग्रेस जांच दल में ये हैं शामिल : कांग्रेस जांच दल में पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू, डॉ. शिवकुमार डहरिया, छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष डॉ. प्रेमचंद जायसी, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, कांग्रेस विधि विभाग के प्रदेश अध्यक्ष देवा देवांगन, जिला अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर शामिल हैं.
क्या है बलौदाबाजार आगजनी : इसी साल 10 जून 2024 को समाज विशेष के प्रदर्शन के दौरान बलौदा बाजार के संयुक्त जिला कार्यालय में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना हुई थी. इस घटना में 240 से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हुए थे. साथ ही 99 मोटर साइकिल, कार, फायर ब्रिगेड सहित अन्य वाहनों को जलाकर खाक किया गया था. इस घटना पर पुलिस 13 एफआईआर दर्ज की है. इसमें अब तक 184 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं इन 13 एफआईआर में से 12 एफआईआर में पुलिस ने 7000 हजार से अधिक पेज के चालान न्यायालय में पेश किए हैं.