अनिरुद्धाचार्य महाराज ने पुराने लोगों के स्वास्थ्य का खोला राज, बताए तीन उपायों से भर जाएगी शरीर में ताकत…
इंदौर। आज के लोगों को तुलना में पहले लोग ज्यादा स्वस्थ रहते थे। उनको बीमारियां बहुत कम हुआ करती थीं। उस दौर में खाने के लिए व्यंजन कम थे, लेकिन आज ऑप्शन की भरमार होने के बाद भी लोगों कई बीमारियां हैं।
श्री अनिरुद्धाचार्य महाराज जी इसके कई कारण बताए हैं कि आखिर पहले के लोग बीमार क्यों नहीं पड़ते थे। आज हम आपको इस आर्टिकल में उनके बताए तरीके बताएंगे, जिसको अपनाकर आप ज्यादा स्वस्थ रख सकते हैं।
पंगत में खाने के होते हैं सकारात्मक फायदे
महाराज जी ने बताया कि पहले के लोग सभी के साथ मिलकर पंगत में खाना खाया करते थे। इससे वह एक-दूसरे से सभी हंसी, मजाकर व बातचीज कर खाना खाया करते थे। ऐसे वह ज्यादा खाना खा लिया करते थे। इसके अलावा खुश होकर खाने से खाना शरीर में भी लगता है, इसलिए बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि खाना हमेशा मुस्कराकर ही खाना चाहिए।
कभी अकेले खाना न खाएं
महाराज जी ने बताया कभी भी खाना अकेले नहीं खाना चाहिए। परिवार और दोस्तों के साथ ही खाना खाना चाहिए। उनके साथ हंसते-मुस्कराते ज्यादा खाना खा लेते हैं और पता भी नहीं चलता। ऐसे में खाना शरीर में जाकर सकारात्मक रूप से अपना काम करता है।
मोटापे का चांस साथ में खाने से होता है कम
अमेरिकन कॉलेज ऑफ पेडियाट्रिक्स (ref) ने भी अपने शोध में पाया है कि दोस्तों या परिजनों के साथ खाने से काफी फायदे मिलता है। इससे पोषण में सुधार व मोटापे कमी आती है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सप्ताह में पांच से अधिक बार एक साथ में खाने से आपके शरीर में खाना और अच्छे से लगता है।
मेंटल हेल्थ पर होता है सकारात्मक सुधार
परिवार और दोस्तों के साथ खाना खाकर समय बिताने से दिमाग में चल रहे निगेटिव विचार खत्म हो जाते हैं, जिससे आपकी मेंटल हेल्थ भी ठीक रहती है। यह डिप्रेशन और टेंशन से आपको दूर रखती है।