दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में कांग्रेस ने वन मंत्री केदार कश्यप का पुतला दहन किया है। कांग्रेस का आरोप है कि, जिस वन मंदिर और हर्बल गार्डन को बनाने के लिए वन विभाग ने लगभग साढ़े 4 करोड़ रुपये लगा दिये हैं। इस राशि पर जिस तरह से निर्माण कार्यों के 97 टुकड़े कर किया जा रहा है। उससे विभाग का भ्रष्टाचार साफ तौर पर उजागर हो रहा है। आरोप है कि, इस निर्माण कार्य मे प्रवेश द्वार पर 40 लाख तो शौचालय पर 28 लाख वन विभाग ने खर्च कर दिये हैं। वहीं डीएमएफ मद के पैसों से तुलसी, आंवला जैसे पौधों को बाजार मूल्य से 10 गुना दाम पर खरीदने का आरोप लग रहा है। लगातार इस वन मन्दिर और हर्बल गार्डन में बने रॉक गार्डन, सप्तऋषि पौधे, टाइल्स लगाने में हुई गड़बड़ियां मीडिया में उजागर होने के बाद भी अब तक इस पर वन विभाग के अधिकारियों ने जांच टीम तक नही बनाई है। इस गंभीर मामले में वनमंत्री केदार कश्यप ने सज्ञान लेते हुये दंतेवाड़ा वन विभाग के अधिकारियों से पूछ परख की है।
युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गणेश दुर्गा ने कहा कि, जब वन विभाग दंतेवाड़ा के पास स्वयं का उद्यान है तो तुलसी और गेंदा जैसे पौधों को इतने अधिक दाम में क्यों खरीद रहा है। विभाग इनके उच्च अधिकारी भ्रष्टाचार पर मौन है वे फोन भी नही उठाते हैं। इसलिए मंत्री केदार कश्यप का पुतला दहन कर इस भ्रष्टाचार का हम विरोध कर रहे हैं।
लोकार्पण के पहले मंत्री का दौरा हुआ रद्द
वन विभाग द्वारा बीते सप्ताह ही वन मंत्री केदार कश्यप से इस कथित वन मन्दिर और हर्बल गार्डन के लोकार्पण की रूपरेखा बना ली गयी थी। इस पर जिस तरह से विभाग ने निर्माण कार्य करवाये और पौधे खरीददारी में गड़बड़ी की शिकायत उजागर हुई तो मंत्री का दौरा उद्घाटन से पहले ही रद्द हो गया। अब जिस तरह से इस वन मंदिर को लेकर युवा कांग्रेस इस मामले मे घेराव कर रही है।