संभल में 46 साल से बंद मंदिर खुला, पुलिस की मौजूदगी में सफाई, अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई की तैयारी
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हिंसा के बाद पुलिस का एक्शन जारी है। शनिवार की सुबह संभल के नखासा थानाक्षेत्र के दीप सराय इलाके में अवैध रुप से बिजली जलाने वाले लोगो के घरों कें सरप्राइज चेकिंग की गई। इस चेकिंग के दौरान अफसरों को सपा सांसद के घर से कुछ दूरी पर हनुमान–शिव मंदिर मिला।
यह मंदिर बीते 46 सालों से बंद था। यह जानकारी सीईओ को दी गई, तो वो खुद मौके पर पहुंचे और मंदिर खुलवाकर वहां पर सफाई करवाई। सुरक्षा की दृष्टि से रविवार को फोर्स तैनात की गई और मंदिर परिसर की पूरी सफाई करके सीसीटीवी कैमरा लगाने के निर्देश दिए गए है। एसडीएम वंदना मिश्रा ने कहा, “मंदिर परिसर की सफाई कर दी गई है और बिजली की व्यवस्था कर दी गई है। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं। अतिक्रमण विरोधी अभियान में केवल सार्वजनिक संपत्ति पर बने ढांचे को निशाना बनाया गया है। हम मंदिर को उसके मूल स्वरूप में बहाल करेंगे। उन्होंने कहा, “हमने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को पत्र लिखा है। मंदिर के पास पुलिस तैनात की जाएगी।
मंदिर पर अतिक्रमण करने वालों पर होगी कार्रवाई
डीएम ने आगे बताया कि बिजली चोरी के लिए जिला प्रशासन के निरीक्षण के दौरान प्राचीन भगवान शिव मंदिर की खोज की गई थी। उन्होंने कहा, “मंदिर को उस समुदाय को सौंप दिया जाएगा जिसका वह हिस्सा है, और उस पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने दावा किया कि मंदिर 1978 से बंद है क्योंकि वहां रहने के लिए कोई पुजारी नहीं है। रस्तोगी ने मीडिया को बताया, “हम खग्गू सराय इलाके में रहते थे, जहां भगवान शिव का यह मंदिर स्थित है। 1978 के बाद, हमने अपना घर बेच दिया और इलाका खाली कर दिया। तब से, कोई भी पुजारी वहां रहने को तैयार नहीं था, और मंदिर उपेक्षित हो गया। लगभग 15-20 परिवार इस इलाके को छोड़कर चले गए, और मंदिर आज तक बंद है।