छत्तीसगढ़ में 95 प्रतिशत हुई बोआई, जानिए खरीफ सीजन में खेती किसानी का हाल
रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के अधिक से अधिक किसानों को शॉर्ट टाइम एग्रीकल्चर लोन दिया गया है. किसानों को अब तक राज्य सहकारी बैंकों की ओर से 2058 सहकारी समितियों के जरिए लगभग 6281 करोड़ रुपए का लोन दिया गया है. इस साल राज्य सरकार की ओर से किसानों को 7300 करोड़ रुपये ऋण देने का लक्ष्य रखा गया है. किसानों को उनके मांग और रकबे के अनुसार अल्पकालीन कृषि ऋण दिया जा रहा है.
लाखों किसान हो रहे लाभान्वित: छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से किसानों को खेती-किसानी की प्रारंभिक जरूरतों को पूरा करने के साथ ही खेती में सहूलियत देने के उद्देश्य से किसान क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की गई है. इस योजना के जरिए प्रदेश के लाखों किसान इससे लाभान्वित हो रहे हैं. इससे किसानों को खेती की जरूरतों के लिए न सिर्फ राहत मिली है, बल्कि फसलों के उत्पाद में लगातार वृद्धि भी हो रही है.
95 फीसद लक्ष्य हो चुका है पूरा: चालू खरीफ सीजन में अब तक लक्ष्य का 95 प्रतिशत बोनी पूरा हो चुका है, जबकि इस सीजन में 48.63 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों के बोनी का लक्ष्य रखा गया है. अब तक 46.35 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की बोनी हो चुकी है. प्रदेश के किसानों को चालू खरीफ सीजन में विभिन्न फसलों की बोनी के लिए सरकारी समितियों और निजी क्षेत्र के माध्यम से प्रमाणित बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं. अब तक किसानों को विभिन्न खरीफ फसलों के 8 लाख 83 हजार क्विंटल प्रमाणित बीज बांटे गए हैं.
किसानों को अलग-अलग रसायनिक उर्वरक का वितरण: छत्तीसगढ़ में चालू खरीफ सीजन के लिए किसानों को अलग-अलग तरह के रासायनिक उर्वरकों का वितरण जारी है. 21 अगस्त 2024 तक किसानों को लगभग 12 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का वितरण किया जा चुका हैं. बांटे गए उर्वरकों में 5 लाख 81 हजार 342 मीट्रिक टन यूरिया, 2 लाख 62 हजार 207 मीट्रिक टन डीएपी, 1 लाख 51 हजार 259 मीट्रिक टन एनपीके, 50 हजार 431 मीट्रिक टन पोटाश और एक लाख 52 हजार 664 मीट्रिक टन सुपर फास्फेट का वितरण शामिल है.
खाद बीज पर रखी जाती है कड़ी निगरानी: इसके साथ ही चालू खरीफ सीजन के लिए राज्य में सहकारिता और निजी क्षेत्र के माध्यमों से किसानों को 13 लाख 68 हजार मीट्रिक टन खाद बांटने का लक्ष्य निर्धारित है. इसके खिलाफ अब तक 15.24 लाख मीट्रिक टन का भण्डारण करा लिया गया है. भण्डारण के खिलाफ लगभग 12 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का वितरण किसानों को किया जा चुका है. किसानों को सुगमता पूर्वक खाद का वितरण सोसायटी और निजी विक्रेताओं की ओर से किया जा रहा है. वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से खाद-बीज वितरण पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में खरीफ की अलग-अलग फसलों के प्रमाणित बीज की कुल मांग 9 लाख 78 हजार क्विंटल है. इसके खिलाफ 9 लाख 31 हजार क्विंटल प्रमाणित बीज भण्डारण किया जा चुका है. किसानों को अब तक 8.83 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज का वितरण किया गया है, जो मांग का 90 प्रतिशत है.