हजारों शिक्षक सड़कों पर: छत्तीसगढ़ में वेतन और पेंशन को लेकर आंदोलन
धमतरी : छत्तीसगढ़ में शासकीय स्कूल के शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है.शिक्षकों ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.शिक्षकों के मुताबिक सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति, समयमान वेतनमान, केंद्र के समान वेतन जैसी चीजें उनकी प्रमुख मांंगें हैं.इस प्रदर्शन में जिले के लगभग 3 हजार शिक्षकों ने प्रदर्शन किया है. शिक्षकों का आरोप है कि पिछले कई वर्षों से अपनी मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करते आ रहे हैं. फिर भी सरकार मांगें पूरी ना करके उन्हें अंधकार में धकेल रही है.
चार संगठनों ने मिलकर किया था हड़ताल : हड़ताल का आयोजन छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के तत्वधान में किया गया था. छत्तीसगढ़ के चार बड़े सक्रिय संगठनों के सदस्यों ने मिलकर छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा बनाकर एक दिवसीय हड़ताल करने का फैसला लिया. जिसमें जिले के चार ब्लॉक से 3 हजार से अधिक शिक्षक शामिल हुए. हड़ताल में सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन, टीचर एसोसिएशन, शालेय शिक्षक कर्मी संघ और नवीन शिक्षक संघ के पदाधिकारी सदस्य शामिल हुए.
मोदी के गारंटी के तहत, सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर करके सभी एलबी संवर्ग को क्रमोन्नत वेतनमान दिया जाए.
समतुल्य वेतनमान (पुनरीक्षित वेतनमान) में सही वेतन का निर्धारण कर 1.86 के गुणांक पर वेतन निर्धारण हो.
पूर्व सेवा अवधि की गणना करते हुए सभी शिक्षक एलबी संवर्ग के पुरानी पेंशन को निर्धारित करें. भारत सरकार द्वारा 2 सितंबर 2008 को जारी आदेश के समान 33 वर्ष में पूर्ण पेंशन के स्थान पर बीस वर्ष में पूर्ण पेंशन का प्रावधान किया जाए.
हाईकोर्ट की डबल बैंच द्वारा पारित निर्णय दिनांक 28/02/2024 के तहत सभी पात्र एलबी संवर्ग के शिक्षकों के लिए क्रमोन्नति / समयमान का विभागीय आदेश किया जाए.
शिक्षक और कर्मचारियों को केंद्र के समान 01-जुलाई 2024 से 3 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जाए.जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्ते के एरियर राशि का समायोजन जीपीएफ / सीजीपीएफ खाता में किया जाए.