फ्लैट फुट डिसआर्डर के खतरे से बचाएगा एटीएल के बच्चों का नवाचार
बिलासपुर। फ्लैट फुट डिसआर्डर (चपटे पैर) एक ऐसी स्थिति है जिसमें पैर के तलवों में सामान्य आर्च का अभाव होता है, जिससे पूरी तलवे की सतह जमीन से सटी रहती है। सिम्स के वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डा रविकांत दास के अनुसार यह समस्या बचपन से ही देखी जा सकती है, लेकिन समय रहते इसका उपचार न किया जाए तो खेल, सेना और पुलिस सहित अन्य क्षेत्रों में करियर बनाने में तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है।
इस समस्या का समाधान खोजते हुए बिलासपुर मल्टीपरपस शाला के एटीएल के छात्रों ने थ्री-डी प्रिंटर का सहारा लेते हुए एक ऐसा यंत्र तैयार किया है जो इस समस्या को ठीक कर सकता है। एटीएल संचालक धनंजय पांडेय ने बताया कि छात्रों द्वारा किए गए इस आविष्कार को विभिन्न संगठनों द्वारा मान्यता मिल चुकी है।
छात्रों ने बनाया थ्री-डी प्रिंटेड इन्सोल
बिलासपुर मल्टीपरपस शाला के एटीएल के छात्रों ने थ्री-डी प्रिंटर का सहारा लेते हुए शू-इन्सोल तैयार किया है। जो एक्यूप्रेशर की सहायता लेते हुए पैरों की आर्च को सहारा देता है। वही इसके नियमित उपयोग से फ्लैट फुट की समस्या को दूर किया जा सकता है। वही एटीएल संचालक का कहना है कि छात्रों द्वारा तैयार की गई इस शू-इन्सोल की कीमत बाजार में मिलने वाले इन्सोल से काफी सस्ती होने वाली है।जल्द जी इसे बाजार में लाने की तैयारी की जा रही है। ?
राफेल बनाने वाली कंपनी ने किया सम्मानित
राफेल विमान बनाने वाले कंपनी ला दसाल्ट फाउंडेशन द्वारा युवा विज्ञानियों को लेकर पुणे में आयोजित प्रतियोगिता “सीड द फ्यूचर” में एटीएल के छात्रों के थ्री-डी प्रिंटेड शू इन्सोल के आविष्कार ने पहला पुरुस्कार जीता था। इस प्रतियोगिता के दौरान इस आविष्कार की खूब सराहना की गई थी।
फ्लैट फुट के कारण और लक्षण
फ्लैट फुट डिसआर्डर के कई कारण हो सकते हैं, जैसे आनुवंशिकता, पैर की मांसपेशियों की कमजोरी, या चोट। डा रविकांत दास बताते हैं, फ्लैट फुट के लक्षणों में पैरों में दर्द, थकान, और तलवों में असुविधा महसूस करना शामिल है। वह बताते है कि इस समस्य से पीड़ित मरीजों के लिए विशेष रूप से बनाए गए सपोर्टिव जूते और आर्थोटिक इन्सोल का उपयोग किया जाता है। जो पैरों को सही आकार में रखने में मदद करते हैं।