Software में खराबी के चलते Dial-100 में नहीं पहुंच पा रही थीं 25 प्रतिशत Call
भोपाल: पुलिस की सहायता के डायल-100 में मदद मांगने वालों में लगभग 25 प्रतिशत लोगों के फोन कॉल सेंटर में नहीं पहुंच पा रहे थे। मंगलवार शाम तक यह दिक्कत रही। साफ्टवेयर के कोर स्विच में खराबी के चलते यह दिक्कत आई थी। अधिकारियों ने बताया कि इंजीनियरों ने स्विच में सुधार कर दिया है। अब कोई दिक्कत नहीं है।
पूरे प्रदेश के डायल-100 वाहनों का कॉल सेंटर भोपाल स्थित भदभदा में रेडियो पुलिस के मुख्यालय में हैं। यहां एक शिफ्ट में 80 अटेंडर बैठते हैं। स्विच में खराबी के चलते इनमें 20 के पास कॉल नहीं पहुंच पा रही थी। दरअसल, साफ्टवेयर की मरम्मत के लिए आठ करोड़ रुपये की लागत से फायरवाल लगाने की आवश्यकता है। वर्तमान कंपनी बीते चार वर्ष से सेवा विस्तार में चल रही है। नई कंपनी का चयन निविदा प्रक्रिया में उलझा है। इस कारण फायरवाल नहीं लग पा रहा है।
बर्खास्त होंगे तीन एंबुलेंस के कर्मचारी
सीधी शहर एक गर्भवती को प्रसव के लिए एंबुलेंस नहीं मिलने के मामले में तीन एंबुलेंस के कर्मचारी बर्खास्त किए जाएंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) मप्र ओर से प्रदेश में 108 एंबुलेंस सेवा का संचालन करने वाली जेएईएस कपनी को पत्र लिखकर कार्रवाई के लिए कहा गया है। इनमें एंबुलेंस के ड्राइवर और इमरजेंसी मैनेजमेंट टेक्नीशियन (ईएमटी) पर कार्रवाई होगी।
चार लाख 56 हजार रुपये का अर्थदंड
कंपनी पर एनएचएम की ओर से पहले ही चार लाख 56 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया जा चुका है। इसकी वसूली कंपनी के देयकों से की जाएगी। बता दें कि सीधी के कोटहा मोहल्ला की रहने वाली गर्भवती उर्मिला रजक के पति कृष्ण कुमार ने एक नवंबर की रात 108 एंबुलेंस के लिए फोन किया लेकिन प्रसव पीड़ा से कराहती उर्मिला को अस्पताल ले जाने के लिए एक घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची।