कोरबा। छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक एसके कटियार ने कहा कि सभी अभियंताओं के कठोर परिश्रम व कार्य के प्रति समर्पण का ही परिणाम है कि पूरे भारत वर्ष में विद्युत कंपनी प्रथम स्थान पर है। नए 660-660 मेगावाट दो इकाई वाले सुपर क्रिटिकल ताप विद्युत परियोजना का जल्द कार्यादेश जारी कर दिया जाएगा।
1200 मेगावाट की प्रस्तावित पंप स्टोरेज बांगो परियोजना भी प्रक्रियाधानी है। मड़वा ताप विद्युत संयंत्र में एक अन्य इकाई के प्रस्ताव का लिए भी डीपीआर पर कार्य जा रही है। हसदेव ताप विद्युत संयंत्र परिसर स्थित रविन्द्र सांस्कृतिक भवन कोरबा में मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्म दिवस को अभियंता दिवस के रुप में मनाते हुए आयोजित गोष्ठी में एमडी कटियार ने कहा कि चुनौतियों से हार मान कर नहीं बैठना है, वरन उनका मिल कर सामना करना है और समाधान निकालना है। उन्होंने सभी अभियंताओं के भीतर विश्वेश्वरैया के होने की बात कही। कार्यक्रम में विद्युत ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक आरके शुक्ला व संघ के प्रांताध्यक्ष राजेश कुमार पांडेय भी विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। ।
डीएसपीएम व मड़वा ने दिलाई उपलब्धि
राज्य विद्युत कंपनी में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा जारी अंतरिम सूची में नंबर वन स्थान छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत कंपनी मर्यादित को मिला है। इसका मुख्य कारण मड़वा ताप विद्युत गृह एवं डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी विद्युत संयंत्र का लगातार अच्छा प्रदर्शन रहा है। वक्ताओं ने कहा कि प्रतिबद्धता एवं समर्पण दो ऐसे गुण है, जिसे दिल से अपना कर किसी भी कार्य में सफलता हासिल की जा सकती है। अभियंताओं ने मंथन किया कि अभी नंबर वन हैं और आगे भविष्य में भी नंबर वन बने रहता है तो निश्चित कठोर परिश्रम करना होगा और अपनी कार्यशैली में बदलाव लाना होगा। इसके लिए कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा।
दिसंबर तक जारी हो सकता है कार्यादेश
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता 2978.7 मेगावाट है। प्रदेश में तेज गति से हो रहे आर्थिक विकास से बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है और भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए कोरबा में 660 मेगावाट के दो नए संयंत्र की स्थापना के लिए 29 जुलाई 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भूमिपूजन किया था। 1320 मेगावाट का सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर स्टेशन प्रदेश का सबसे बड़ा और आधुनिक संयंत्र होगा। संयंत्र स्थापना से उत्पादन क्षमता बढ़ कर 4298.7 मेगावाट हो जाएगा। इसके साथ ही पंप स्टोरेज हाइडल पावर प्लांट की भी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है। प्रबंधन थर्मल व हाइडल पावर प्लांट निर्माण के लिए दिसंबर तक निविदा जारी कर कार्यादेश देने की संभावना जताई जा रही है।