TMC आरोपियों, दंगाइयों के साथ खड़ी है’, कोलकाता रेप-मर्डर मामले पर BJP का CM ममता पर तंज
नई दिल्ली: कोलकाता रेप-मर्डर मामले को लेकर एक तरफ देश भर में आक्रोश है तो वहीं, सियासी बवाल भी मचा हुआ है. इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता गौरव भाटिया ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि, तृणमूल प्रमुख पीड़िता के परिवार के साथ खड़े होने के बजाय बलात्कारियों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि, पूरे भारत के लोकतंत्र का सिर शर्म से झुक गया है.
कोलकाता मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, क्या बोली बीजेपी
सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई को 17 सितंबर तक नई रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिए जाने के बाद दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए गौरव भाटिया ने ममता पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल मामले में अगर किसी को शर्म नहीं आ रही है तो वह पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी हैं.
गौरव भाटिया ने ममता पर कसा तंज
गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा कि, ‘अगर आपने सुनवाई देखी होती तो आप देख सकते थे कि एक तरफ संविधान के रक्षक थे – सुप्रीम कोर्ट, भाजपा और भारत और पश्चिम बंगाल के लोग और दूसरी तरफ संविधान का उल्लंघन करने वाले थे. गौरव भाटिया ने कहा कि, “उन्हें (ममता बनर्जी) इस बात की शर्म नहीं है कि वह पीड़िता के परिवार के साथ खड़ी नहीं हुईं.” उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने ममता बनर्जी से जो सवाल पूछे हैं, उनमें सीजेआई ने कहा कि एफआईआर दर्ज करने में कम से कम 14 घंटे की देरी हुई.
ममता को इस्तीफा दे देना चाहिए, गौरव ने कहा
भाजपा नेता ने आगे कहा कि, क्या ममता बनर्जी अब भी पश्चिम बंगाल की सीएम बनी रहना चाहती हैं?…उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके. अगर जांच के दौरान सबूतों से पता चलता है कि वह लापरवाह थीं और सबूतों से छेड़छाड़ में भी शामिल थीं, तो उनका पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जाना चाहिए और उनकी गिरफ्तारी जरूरी हो सकती है ताकि पीड़ित के परिवार के सदस्यों और देश के हर नागरिक को न्याय मिल सके.”
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल पुलिस पर साधा निशाना
भाजपा नेता ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल की पुलिस को निलंबित कर दिया जाना चाहिए क्योंकि वे लोगों की सुरक्षा नहीं कर सकते. उन्होंने कहा, “उसके कॉल रिकॉर्ड और पुलिस कमिश्नर, पूर्व प्रिंसिपल के कॉल रिकॉर्ड को जनता के सामने जारी किया जाना चाहिए. जब उस समय ऐसा अत्याचार हो रहा था, तो क्या आप कुछ योजना बना रहे थे? गौरव भाटिया ने कहा कि, ‘ चाहे आप सबूत मिटाने की कितनी भी कोशिश कर लें या डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करें, न्याय मिलेगा’.
उन्होंने कहा कि, पीड़िता के माता-पिता ने खुद कहा है कि उन पर पुलिस ने दबाव डाला था. पुलिस ने खुद शिकायत लिखी है, तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इसमें कितनी सच्चाई होगी. पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के संयुक्त मंच ने भी अभिषेक बनर्जी से इस्तीफा देने को कहा है क्योंकि वह झूठ फैला रहे हैं. वह कह रहे हैं कि पीड़िता की मौत इसलिए हुई क्योंकि उसे 3 घंटे तक खून बहता रहा और कोई इलाज नहीं दिया गया.” भाटिया ने आगे कहा कि भाजपा वह पार्टी है जो पीड़िता के परिवार के लिए न्याय चाहती है और बंगाल में हर लड़की सुरक्षित है.
अदालत ने घटना से संबंधित सीसीटीवी फुटेज के बारे में भी पूछताछ की. एसजी मेहता ने पुष्टि की कि कुल 27 मिनट की चार वीडियो क्लिप सीबीआई को सौंपी गई हैं. सीबीआई अब आगे की जांच के लिए नमूने एम्स और अन्य फोरेंसिक लैब भेज रही है. ट्रेनी डॉक्टर का शव 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल के सेमिनार रूम में मिला था. इस घटना के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए. इसके तुरंत बाद एक सिविक वालंटियर को गिरफ्तार कर लिया गया. सीबीआई ने चिकित्सा प्रतिष्ठान में कथित वित्तीय कदाचार के लिए डॉ. संदीप घोष को भी गिरफ्तार किया.