बेमेतरा में एक बिल्डिंग में तीन स्कूल, 250 बच्चे और दो टीचर, पैरेंट्स का हल्लाबोल
बेमेतरा: बेमेतरा में शिक्षकों की कमी को लेकर लगातार स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे और उनके पालक प्रदर्शन कर रहे हैं. अब तक शिक्षकों की कमी को दूर नहीं किया जा सका है. एक ही भवन में तीन स्कूल चलने और शिक्षकों की कमी से बच्चों की ठीक से पढ़ाई नहीं हो रही है. इससे परेशान होकर दाढ़ी थाना क्षेत्र के चरगंवा में नाराज छात्रों के परिजनों ने स्कूल के सामने दरी बिछाकर प्रदर्शन किया.
एक ही भवन में तीन स्कूल: चरगंवा के ग्रामीणों के मुताबिक प्राथमिक शाला, पूर्व माध्यमिक शाला और हाई स्कूल तीनों प्राथमिक शाला के भवन में ही संचालित होते हैं. इससे स्कूली बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां 250 बच्चों को पढ़ाने के लिए केवल दो ही टीचर हैं, जिससे बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिल पा रही है.
ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन: ग्रामीणों की मानें तो ”शिक्षकों की भर्ती को लेकर बेमेतरा कलेक्टर और स्थानीय विधायक और मंत्री से मांग की गई. हालांकि सालों बीत जाने के बाद भी समस्या का कोई भी समाधान नहीं हुआ है”. इससे नाराज ग्रामीणों ने गुरुवार को स्कूल भवन के बाहर दरी बिछाकर शिक्षकों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया है.
विरोध के बाद अधिकारी पहुंचे मौके पर: शासकीय प्राथमिक शाला के बाहर पालकों के विरोध को देखते हुए दाढ़ी थाना पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों और पालकों को जल्द ही शिक्षक भर्ती को लेकर आश्वासन दिया है. वहीं भवन निर्माण के लिए शासन स्तर में आवेदन करने की बात कही है.
बेमेतरा कलेक्टर ने दिया आश्वासन: बेमेतरा कलेक्टर रणबीर शर्मा का कहना है कि कई स्कूलों में टीचर्स की कमी है. इस समस्या के निपटारे के लिए ही सरकार ने युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया शुरू की है.
“कुछ स्कूलों में शिक्षकों की कमी है. जल्द ही शिक्षकों की भर्ती का काम पूरा किया जाएगा.” -रणबीर शर्मा, कलेक्टर, बेमेतरा
पूरे जिले के स्कूलों की हालत: आंकड़ों की मानें तो बेमेतरा जिला में कुल 1299 शासकीय स्कूल हैं. इन स्कूलों में सभी विषयों के लिए 5 शिक्षक होना अनिवार्य है. हालांकि जिले के 50 फीसदी से अधिक स्कूलों में सभी विषयों के शिक्षक नहीं हैं. कुछ स्कूलों में दो तो कहीं 3 शिक्षक के सहारे स्कूल चलाया जा रहा है.