रूस में फंसे कर्नाटक के तीन युवक सुरक्षित घर लौटे, साझा किया युद्ध के मैदान का अनुभव
कलबुर्गी: रूस में फंसे कर्नाटक के तीन युवक कलबुर्गी शहर लौट आए हैं. इनके साथ कुल 6 भारतीय सुरक्षित देश लौटे हैं. कलबुर्गी लौटे युवकों के नाम हैं- सैयद इलियास हुसैनी, मोहम्मद समीरा और मोहम्मद नयूम.
कलबुर्गी के तीनों युवक दिसंबर 2023 में नौकरी की तलाश में रूस गए थे. मुंबई स्थित बाबा जॉब सिक्योरिटी एजेंसी ने युवकों से लाखों रुपये लिए और उन्हें रूस में सिक्योरिटी जॉब दिलाने का वादा किया. इसके मुताबिक युवक रूस चले गए.
बंकर खोदने का काम
रूस पहुंचने पर रूसी सेना ने इन युवकों को यूक्रेन युद्ध में लगा दिया और उन्हें बंकर खोदने का काम सौंपा गया. काम से तंग आकर युवकों ने रूस से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया. वीडियो देखने के बाद कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने भी युवकों को भारत वापस लाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे से लौटने के कुछ दिनों बाद ही ये छह लोग भारत लौट आए.
युद्ध के मैदान से लौटे युवकों ने वहां की स्थिति के बारे में बात करते हुए कहा, हम हर पल मौत के डर के साये में काम कर रहे थे. हमें डर था कि कभी भी बम गिर सकता है. हमने केंद्र सरकार, राज्य सरकार और कलबुर्गी जिला प्रशासन से बचाने की अपील की. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति से बात की गई. इसके बाद हम सभी सुरक्षित वापस लौट आए.
युवाओं को फर्जी जॉब एजेंसियों के झांसे में नहीं आना चाहिए…
कलबुर्गी की जिला कलेक्टर बी. फौजिया तरन्नुम ने इस मामले पर बात करते हुए कहा कि फर्जी जॉब एजेंसियां अक्सर युवाओं को ठगती हैं और उन्हें धोखा देती हैं. युवाओं को बिना सोचे-समझे इन एजेंसियों के झांसे में नहीं आना चाहिए.