ऑटो में भगवा झंडे लगाकर ईसाईयत का कर रहे थे प्रचार, प्रभु यीशु के संदेश वाले पर्चे घर में फेंके, बजरंग दल ने की कार्रवाई की मांग
रायपुर। राजधानी के समीप पथरी गांव में ईसाईयत का प्रचार करने का नया तरीका आजमाने की बात सामने आई है। कुछ लोग भगवा झंडा लगे एक ऑटो में गांव पहुंचे और मतांतरण के उद्देश्य से धार्मिक पर्चों का वितरण किया। पर्चे कुछ लोगों के घरों में फेंके गए।
घटना की जानकारी मिलने पर जब गांव के हिंदू युवा सक्रिय हुए, तब तक प्रचारक वहां से भाग चुके थे। प्रदेशभर में ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिसमें धर्म परिवर्तन को लेकर गतिविधियां की जा रही हैं। इसे लेकर राष्ट्रीय बजरंग दल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
घटना कुछ दिन पहले की है, जब दो-तीन लोग ऑटो में सवार होकर पथरी गांव आए। ऑटो पर भगवा झंडा लहरा रहा था, जिससे गांव के लोगों को भ्रम हुआ। लेकिन इन लोगों ने घरों में जाकर प्रभु यीशु मसीह की महिमा का प्रचार करने वाले साहित्य और पर्चे बांटे।
गांव के युवाओं को इसकी जानकारी उनके घर पहुंचने पर मिली, लेकिन तब तक पर्चे बांटने वाले ऑटो से वहां से निकल चुके थे। इस घटना की सूचना युवाओं ने स्थानीय थाने में दी, हालांकि किसी के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज नहीं हो पाई।
राष्ट्रीय बजरंग दल की टीम तोगड़िया इकाई के जिला अध्यक्ष गोपाल भिसे और विक्रांत शर्मा ने इस घटना को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में प्रदेशभर में धर्म परिवर्तन कराने के प्रयासों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है।
इसके अलावा, बजरंग दल ने 1 नवंबर को होने वाले एक धार्मिक कार्यक्रम का भी विरोध किया है। ज्ञापन में कहा गया है कि तिल्दा स्थित हेवरोन नगर सासाहोली में द इंडियन पेंटेकोस्टल चर्च ऑफ गॉड 18 कन्वेंशन के माध्यम से पादरियों द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जो धर्म परिवर्तन का प्रयास है। हिंदू संगठन ने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस कार्यक्रम की अनुमति न दी जाए। यदि अनुमति दी गई, तो संगठन इसे बंद कराने के लिए कदम उठाएगा।