इंदौर में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले उज्जैन रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी में आए नजर..
इंदौर। सीरियल लूट के आरोपितों का तीसरे दिन भी पता नहीं चला। पुलिस सीसीटीवी फुटेज से कड़ियां जोड़ रही है। अंतिम लोकेशन उज्जैन की मिली है। ताजा फुटेज में उज्जैन बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन में नजर आ रहे हैं। उधर दिल्ली, गुजरात, देवास सहित अन्य शहरों में भी टीमें भेजी गई हैं।
तुकोगंज थाना अंतर्गत रेसकोर्स रोड पर बिल्डर कमलेश अग्रवाल और पड़ोसी पिंकेश शाह को लूटने के बाद बदमाश सीधे बाणगंगा के गणेशधाम कॉलोनी गए थे। औद्योगिक क्षेत्र में बाइक छोड़ने के बाद बस से सीधे उज्जैन पहुंचे।
बाइक से बदमाशों के फिंगर प्रिंट लिए
डीसीपी जोन-3 डॉ.हंसराजसिंह ने बताया कि पुलिस ने फोरेंसिक अफसरों की मदद से बाइक से बदमाशों के फिंगर प्रिंट लिए हैं। अपराधियों के डेटा का राष्ट्रीय स्तर पर मिलान करवाया जा रहा है। पुलिस ने बस चालक और क्लीनर से पूछताछ की, तो बताया दोनों अपराधियों को उज्जैन के नानाखेड़ा पर उतारा था।
इसके बाद तुकोगंज और ग्वालटोली पुलिस ने उज्जैन में डेरा डाल दिया। सीसीटीवी फुटेज से कड़ियां जोड़ते हुए बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पहुंचे तो अपराधी फुटेज में नजर आ रहे हैं। पुलिस आयुक्त संतोष कुमारसिंह ने उज्जैन पुलिस को जांच में शामिल किया है। उधर संदेह के आधार पर देवास,अहमदाबाद,दिल्ली और भोपाल टीम रवाना की गई है।
दिल्ली-मेरठ के गिरोह का डेटा मंगा रही पुलिस
पुलिस को जानकारी मिली कि तुकोगंज,विजयनगर में लूट,ग्वालटोली में चोरी और परदेशीपुरा, एमजी रोड में लूट का प्रयास करने वाले बदमाश 2021 में गुना में भी वारदात कर चुके हैं। पुलिस ने ओमवीर जाट और सुनील की जानकारी जुटाई है, जो इसी तरह लूट करते हैं। इस सूचना के बाद पुलिस ने दिल्ली-मेरठ पुलिस से भी संपर्क साधा है।
बिल्डर ने फोटो देख कर लुटेरों को पहचाना
पुलिस ने करीब 15 जगहों से सीसीटीवी फुटेज निकाले हैं। सभी फुटेजों में आरोपितों का हुलिया स्पष्ट हो गया है। पुलिस ने सुनील और रामवीर के पुलिस रिकॉर्ड से फोटो भी निकाला है। बिल्डर कमलेश ने आरोपितों की पहचान लिया है। इसके बाद पुलिस ने दूसरे राज्यों की पुलिस से संपर्क कर तलाश शुरू कर दी है। पुलिस अब उज्जैन में बस स्टैंड से फुटेज निकाल कर यह जानकारी जुटा रही है कि आरोपित किस बस से भागे हैं।