15 सालों बाद सुलझा स्वरूप नगर मर्डर केस, वेस्ट बंगाल के हल्दिया पोर्ट से दबोचा गया हत्यारा
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की नॉर्दर्न रेंज-I की टीम ने एक ऐसे वांटेड अपराधी को धरदबोचने में कामयाबी हासिल की है, जो 15 साल से पुलिस की गिरफ्त से बचता आ रहा था. स्वरूप नगर इलाके में हत्या के मामले में भगोड़े अपराधी अहमद अली (39), हल्दिया, पूर्वी मेदिनीपुर, पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है. आरोपी इस वारदात को अंजाम देने के बाद अपनी ससुराल हल्दिया भाग गया था. वह मूल रूप से बिहार के दरभंगा के हबीभंवर का रहने वाला है.
क्राइम ब्रांच डीसीपी सतीश कुमार के मुताबिक, स्वरूप नगर के इस हत्या के प्रयास के मामले में फरार अपराध का पता लगाने के लिए एसीपी विवेक त्यागी की कड़ी निगरानी में इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी. टीम ने आरोपी का पता लगाने के लिए हरसंभव प्रयास किए. आरोपी अहमद अली 26 फरवरी, 2009 की वारदात को अंजाम देने के बाद से फरार चल रहा था. घटना वाले दिन शिकायतकर्ता मोहम्मद इशरार और मोहम्मद जुबेर (मृतक) भोला शंकर स्वीट शॉप, स्वरूप नगर (दिल्ली) के सामने मौजूद थे.
इसी बीच आरोपी सफीजुल उर्फ केंटा, अहमद और मेहताब वहां आये और मोहम्मद जुबेर (मृतक) से शराब खरीदने के लिए पैसे मांगे. जब जुबेर ने उनको बताया कि उसके पास पैसे नहीं हैं तो सफीजुल उर्फ केंटा, अहमद और मेहताब ने उसे पीटना शुरू कर दिया. अहमद और मेहताब ने उसे पकड़ लिया. सफीजुल उर्फ केंटा ने उस पर चाकू से वार कर दिया. इसके बाद शिकायतकर्ता इशरार द्वारा जुबेर को गंभीर अवस्था में घायलावस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
पुलिस पूछताछ में आरोपी अहमद अली ने खुलासा किया कि वह अपने साथियों सफीजुल उर्फ केंटा और मेहताब के साथ मृतक जुबेर की हत्या में शामिल था. इन सभी ने मृतक जुबेर की हत्या कर दी थी. उसकी हत्या करने के बाद उसके साथी सफीजुल उर्फ केंटा और मेहताब को गिरफ्तार कर लिया गया था. जबकि वह भागने में सफल रहा था.
हत्या के बाद लगातार छिपने की जगह बदलता रहा आरोपीः हत्या करने के बाद वह अपने गृहनगर यानी दरभंगा, बिहार पहुंचा और कुछ दिनों तक वहीं रहा. इसके बाद जब स्थानीय पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा तो वह अपना घर छोड़कर मुंबई चला गया था और वहां करीब 3-4 महीने तक मजदूरी की. फिर, वह अपने ससुराल हल्दिया, पश्चिम बंगाल चला गया और हल्दिया पोर्ट पर हेल्पर/लेबर के रूप में काम करने लगा. तब से, वह हल्दिया, पश्चिम बंगाल में अपने ससुराल में रह रहा था.
आरोपी अहमद अली पश्चिम बंगाल के हल्दिया पोर्ट में एक निजी कंपनी में लेबर यूनियन का नेता भी बना हुआ है. आरोपी व्यक्ति के प्रोफाइल से पता चला है कि अहमद अनपढ़ है और 2009 में दिल्ली के जहांगीरपुरी में रह रहा था और उसने पश्चिम बंगाल की एक लड़की से शादी की थी. आरोपी उस समय दिल्ली के स्वरूप नगर में एक कबाड़ी की दुकान पर काम करता था.