नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए आज यानि शुक्रवार का दिन बेहद अहम है, सीएम केजरीवाल फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं और आबकारी नीति से जुड़े सीबीआई मामले में उनकी जमानत पर सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुना सकता है. इस मामले में पिछले हफ्ते सुनवाई पूरी हो चुकी है और सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज जमानत मिल सकती है लेकिन सीबीआई की दलीलों को मानें तो उनके मुताबिक सीएम पद पर रहते हुए अरविंद केजरीवाल गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं इसलिए उन्हें जमानत ना दी जाए.
सु्प्रीम कोर्ट जमानत याचिका के अलावा गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर भी फैसला सुनाएगा. जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुईयां की बेंच यह फैसला सुनाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने 5 सितंबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था.
इससे पहले इसी घोटाले के ED केस में सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को 12 जुलाई को जमानत दी थी, लेकिन वह जेल से बाहर नहीं आ सके थे. इससे पहले पिछली सुनवाई में केजरीवाल की ओर से उनके वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दलील रखी थी कि यह अपने आप में अनोखा मामला है. PMLA के सख्त नियमों के बावजूद केजरीवाल को 2 बार जमानत दी गई. ऐसे में CBI केस में जमानत क्यों नहीं दी जा सकती है? वहीं CBI ने अपनी दलील में कहा है कि केजरीवाल सहयोग नहीं कर रहे हैं. जबकि, कोर्ट ने ही आदेश में कहा है कि यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि आरोपी खुद को दोषी बता दे.
अरविंद केजरीवाल अगर जेल से बाहर आए तब ये बनेगी तस्वीर
सीएम केजरीवाल को अगर आज सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल जाती है तो ये बहुत अहम टाइमिंग मानी जा सकती है, क्योंकि हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 13 सितंबर से चुनाव प्रचार का असली दौर शुरू होगा, 12 तारीख तक नामांकन प्रक्रिया चल रही थी. आम आदमी पार्टी ने हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं लेकिन बिना अरविंद केजरीवाल के मैदान में उतरे उम्मीदवारों के लिए मजबूत प्रचार की संभावना कम हैं. वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में राष्ट्रपति शासन की सुगबुगाहट के बीच सीएम केजरीवाल का जेल से बाहर आना बीजेपी के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है. दिल्ली में भी विधानसभा चुनावों में 4 महीने का समय है ऐसे में सीएम केजरीवाल के बाहर आते ही ताबड़तोड़ फैसले हो सकते हैं. खासतौर पर महिलाओं को दी जाने वाली 1000 रुपये की राशि की स्कीम अभी तक धरातल पर नहीं उतर पाई है. ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री का बाहर आना आने वाले चुनावों के लिहाज से AAP के लिए इस वक्त बड़ी संजीवनी साबित होगा
तमाम अटकलों के बीच अगर सीएम केजरीवाल को आज सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिली तब क्या होगा, ऐसी स्थिति में सीएम केजरीवाल के तुरंत जेल से बाहर आने की संभावनाओं पर ब्रेक लग जाएगा. हरियाणा तो क्या दिल्ली विधानसभा चुनावों में भी AAP को वैक्लपिक संभावनाओं को तलाशने की जरूरत पड़ सकती है. जो आने वाले समय में आम आदमी पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं हो सकता. ऐसे में बीजेपी भी पार्टी पर ज्यादा हमलावर रहेगी और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए AAP के लिए दिल्ली के दिल में फिर से उतरना मुसीबत हो सकती है.
26 जून को सीबीआई ने किया था गिरफ्तारः दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को सीबीआई ने 26 जून को गिरफ्तार किया था. सुप्रीम कोर्ट ने 14 अगस्त को मामले में केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया था और उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली उनकी याचिका पर जांच एजेंसी से जवाब मांगा था.
21 मार्च से जेल में हैं केजरीवालः दिल्ली के कथित शराब घोटाले में ईडी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था. इससे पहले ईडी ने उन्हें मामले में पूछताछ के लिए 9 समन जारी किए थे. हालांकि, केजरीवाल किसी भी समन पर पेश नहीं हुए थे. केंद्रीय जांच एजेंसी का आरोप है कि वह घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता थे और सीधे तौर पर शराब कारोबारियों से रिश्वत मांगने में शामिल थे.