रतलाम का सीएम राइज विनोबा स्कूल विश्व के 100 स्कूलों में तीसरे नंबर पर, जानिये क्यों मिला यह खिताब
रतलाम। रतलाम के शासकीय सीएम राइज विनोबा स्कूल ने पहली बार देश ही नहीं, विश्व के 100 देशों के स्कूलों में तीसरा स्थान बनाया है। यूएसए की प्रतिष्ठित संस्था-टी फार एजुकेशन द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित शिक्षा पुरस्कारों के लिए हर साल प्रतियोगिता आयोजित की जाती है।
संस्था द्वारा सामुदायिक सहभागिता, पर्यावरणीय सक्रियता, रचनात्मकता, विपरीत परिस्थितियों में सफलता और स्वस्थ कार्य शैली में इस पुरस्कार लिए स्कूलों को चुना जाता है। वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइस 2024 की इनोवेशन कैटेगरी में सीएम राइज विनोबा स्कूल को ग्रेंज स्कूल यूके. व स्टारफिश स्कूल थाईलैंड के साथ प्रथम तीन में चयनित किया गया है।
दरअसल टीचर्स प्रोफेशनल डेवलपमेंट के अंतर्गत साइकिल आफ़ ग्रोथ के माध्यम से शिक्षक को बदलाव के वाहक के रूप में लाया गया। इससे शासकीय स्कूल के शिक्षकों के बारे में बनाई गई नकारात्मक धारणा को तोड़ने में सफलता मिली। स्कूल में जायफूल लर्निंग से विद्यार्थियों और पालकों को जोड़ने से उपस्थिति और दक्षता में वृद्धि हुई। कक्षा 1 से 12 तक अंग्रेजी और हिंदी माध्यम में संचालित होने वाले विनोबा स्कूल में 650 विद्यार्थी हैं। इनमें से 90 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी किसी ने किसी स्तर पर गतिविधि से वर्ष भर जुड़े रहते हैं।
यह है साइकिल आफ ग्रोथ
दो वर्ष पूर्व विनोबा स्कूल में पदस्थापन पर उप प्राचार्य गजेंद्र सिंह राठौर ने स्कूल में विद्यार्थियों की कम उपस्थिति को लेकर वरिष्ठ शिक्षकों के साथ मिलकर साइकिल आफ ग्रोथ मेकैनिज्म को प्लान किया। इसमें टीचर्स के प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए टीम हर्डल और कैप्सूल ट्रेनिंग, क्लासरूम मानीटरिंग, वन आन वन फीडबैक, रीवार्ड एंड रिकगनाईजेशन की नवाचारी सकारात्मक चक्रीय योजना बनाई।