39वां चक्रधर समारोह में रतनपुर के कुश्ती पहलवानों ने जीते छह पदक
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के 39वें चक्रधर समारोह में सिद्ध पीठ गिरजाबंध हनुमान मंदिर अखाड़ा रतनपुर के पहलवानों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 6 पदक अपने नाम किए। इस प्रतियोगिता का आयोजन महाराजा चक्रधर की याद में किया जाता है, जिसमें अखिल भारतीय और राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता भी शामिल होती है।
बालिका पहलवानों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
सिद्ध पीठ गिरजाबंध हनुमान मंदिर अखाड़ा से बालिका पहलवान उमा केवट ने 55 किलोग्राम भार वर्ग में कांकेर, रायपुर और भिलाई के पहलवानों को हराकर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में उन्हें धमतरी की पहलवान से एक अंक से हार का सामना करना पड़ा और उन्होंने सिल्वर मेडल से संतुष्ट होना पड़ा। इसी प्रकार 72 किलोग्राम वर्ग में पावनी यादव ने धमतरी और बस्तर के पहलवानों को हराकर फाइनल में प्रवेश किया, लेकिन रायपुर के हाथों टेक्निकल हार के चलते उन्हें भी सिल्वर मेडल से संतुष्ट होना पड़ा।
बालक वर्ग में सिल्वर और ब्रॉन्ज की बरसात
बालक वर्ग में 60 किलोग्राम भार वर्ग के पहलवान करण धीवर ने धमतरी, दुर्ग और बिलासपुर के पहलवानों को हराकर फाइनल तक का सफर तय किया। हालांकि फाइनल में रायपुर के पहलवान से हार के कारण उन्हें सिल्वर मेडल मिला। वहीं वेदांत कश्यप, हर्ष सोनी और दुर्गेश वंशकार ने अपने-अपने वर्गों में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया और ब्रॉन्ज मेडल जीते।
समारोह में केंद्रीय मंत्री के हाथों सम्मानित हुए पहलवान
समापन समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने विजयी पहलवानों पावनी, उमा, करण, हर्ष, वेदांत और दुर्गेश को इनाम राशि और चेक देकर सम्मानित किया। उन्होंने पहलवानों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि खेल न केवल शारीरिक विकास करता है, बल्कि मानसिक शांति और दृढ़ता भी बढ़ाता है। इस मौके पर अखाड़ा के संरक्षक महंत तारकेश्वर पुरी, कोच सागर धीवर सहित कई गणमान्य मौजूद थे, जिन्होंने पहलवानों को शुभकामनाएं दीं।