आपातकाल में कंफर्म टिकट के लिए रेलवे में है यह सुविधा
ग्वालियर। वैध रेल टिकट लेकर यात्रा करने पर यात्री को किसी तरह की मदद करने के लिए रेलवे बाध्य होता है। कई बार अपने अधिकार नहीं मालूम होने पर यात्री अपने आप को ठगा समझते हैं, तो कई बार नियमों की जानकारी होने पर यात्रियों वैध टिकट होने के बावजूद भी यात्रा अवैध मानी जाती है। दरअसल, रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए कई नियम बनाएं है। अगर इन नियमों की जानकारी है, तो सफर के दौरान किसी तरह की परेशानी नहीं होती है।
कई बार हम पूर्व कार्यक्रम के अनुसार पहले ही रेल टिकट बुक कर लेते हैं, लेकिन ऐनवक्त पर ट्रेन घंटों लेट हो जाती है या फिर निरस्त हो जाती है। इस स्थिति रेलवे आपके मोबाइल पर मैसेज भेजकर ट्रेन लेट होने की सूचना देती है। इसमें ट्रेन कितने घंटे लेट होगी और कब तक आपके स्टेशन पर पहुंचेगी, इसकी सूचना दी जाएगी। अगर ट्रेन तीन घंटे से अधिक लेट हो जाती है, तो यात्री चाहे तो रिफंड की मांग भी कर सकता है। इसके लिए स्टेशन पर आवेदन देना होता है। अगर रेलवे द्वारा ट्रेन निरस्त की जाती है, तो यात्रियों को पूरा रिफंड मिलता है।
ऐसी स्थिति में नहीं होता टिकट निरस्त
कई बार ऐनवक्त पर यात्रा कार्य निरस्त हो जाता है या फिर उसमें बदलाव हो जाता है, जबकि रिजर्वेशन चार्ट बन चुका होता है। ऐसी स्थिति में आप अपना कन्फर्म टिकट निरस्त नहीं कर सकते हैं, न ही किराये का पैसा मिलता है।
वेटिंग टिकट के साथ नहीं कर सकते सफर
- कुछ माह पहले ही रेलवे ने वर्षों पहले बने रेल यात्रा संबंधी नियमों को सख्ती से लागू कर दिया है। इसमें स्लीपर और एसी क्लास में सिर्फ वे ही यात्री सफर कर पाएंगे, जिनके पास कंफर्म टिकट है। वेटिंग टिकट के साथ सफर करने पर अब पेनाल्टी लग रही है। पहले आरक्षित कोच में काउंटर वेटिंग टिकट लेकर सफर किया जा सकता था। मगर अब ऐसा करने पर पेनाल्टी के साथ आगामी स्टेशन पर रेल यात्रा खत्म कर दी जाती है।
- एसी कोच में वेटिंग टिकट पर सफर करने पर 440 रुपये की पेनल्टी और अगले स्टेशन तक का किराया भी लगता है। स्लीपर कोच में वेटिंग टिकट पर सफर करने पर 250 रुपये की पेनाल्टी के साथ आगामी स्टेशन तक का किराया देना होता है। जनरल का टिकट लेकर एसी कोच में सफर करने पर हायर ट्रेवल्स टिकट लेकर सफर की रसीद बनती थी, जिसे बंद कर दिया गया है।
प्लेटफार्म पर बिना टिकट न जाएं
रेलवे के प्लेटफार्म पर जाने से पहले हमेशा प्लेटफार्म टिकट जरूर खरीदें। कई बार लोग अपने रिश्तेदारों और मित्रों को प्लेटफार्म तक छोड़ने चले जाते हैं। मगर प्लेटफार्म टिकट नहीं लेते हैं। ऐसे में टिकट चेकर रसीद बना देते हैं।